मथुरा: आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपनी अपनी कमर कस ली गई है. विभिन्न राजनैतिक दल मैदान में उतर चुके हैं और अपनी गोटियां बिठाने में जुटे हुए हैं. पार्टियां अधिक से अधिक लोगों को अपनी ओर रिझाने का प्रयास कर रही हैं तो वहीं कार्यकर्ताओं में जोश भरने का भी प्रयास कर रही हैं. वहीं जब हमने जनपद मथुरा के व्यापारियों से आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर उनकी राय जाननी चाही तो अधिकतर व्यापारियों ने कहा कि वर्तमान सरकार से वह संतुष्ट हैं, उनके द्वारा जो कार्य किए जा रहे हैं वह संतोषजनक हैं. वहीं कुछ व्यापारियों का कहना था कि उनका व्यापार ठप हो चुका है बाजारों से ग्राहक गायब हैं.
उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में 5 विधानसभा सीटें हैं, सभी विधानसभा सीटों पर अलग-अलग जातीय समीकरण और मुद्दे हैं. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मथुरा की 4 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया था, वही एक सीट पर मांट विधानसभा क्षेत्र से बसपा पार्टी सीट पर कब्जा करने में कामयाब हुई थी.
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ ही समय शेष रह गया है. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के दिलों की धड़कन तेज हो चुकी है वहीं जब हमने जनपद में था के व्यापारियों से आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर उनकी राय जाननी चाही तो व्यापारियों ने कहा कि वह इस सरकार में बहुत त्रस्त हो चुके हैं. कोरोना काल में जो स्थितियां हुई है वह डराने वाली है. इसके अलावा जीएसटी लगाया गया उससे पहले नोटबंदी की गई इन सब चीजों का इफेक्ट व्यापार पर काफी पड़ा है ,उसके अलावा टैक्सेस और जो महंगाई है उससे ग्राहकों का आवागमन बाजारों में बहुत कम हुआ है.
वहीं, कुछ व्यापारियों ने अपनी अलग राय देते हुए कहा कि इस सरकार में डेवलपमेंट तो हुआ है, सड़कें दुरुस्त हुई हैं. जो गड्ढा युक्त सड़कें थीं वह गड्ढा मुक्त हुई हैं. हम चाहते हैं कि जो भी सरकार बने वह व्यापारियों के हित में सोचें जो सरकार पहले से चली आ रही है वहीं रहे तो हमारे लिए अच्छा है. क्योंकि इसके अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं दिखाई देता है. व्यापारियों ने कहा कि जो मुद्दे होते हैं, वह तो कोई भी सरकार पूरे नहीं कर पाती है, लेकिन फिर भी यह सरकार ठीक है. व्यापारियों ने कहा कि महंगाई बढ़ चुकी हैं. यह एक समस्या है लेकिन जो विकास कार्य हो रहे हैं हम उससे संतुष्ट हैं.
वहीं, जनपद के कुछ व्यापारी वर्तमान सरकार से काफी खफा नजर आए उनका कहना है कि इस सरकार में व्यापारी बुरी तरह त्रस्त हो चुके हैं. बाजार से ग्राहक गायब हैं लोगों के पास पैसा नहीं है. महंगाई ने कमर तोड़ दी है अब वह दूसरा चेहरा देखना चाहते हैं, जो महंगाई पर नियंत्रण करें लोगों को रोटी रोजगार दे, जिससे कि लोग अपना ठीक से जीवन यापन कर सकें.