मथुरा: विद्युत विभाग में सीपीएफ और जीपीएफ को लेकर हुए घोटाले के कारण अब विद्युत विभाग के कर्मचारी और अधिकारी आरपार के मूड में नजर आ रहे हैं. जिसके चलते बुधवार को जिले में सभी बिजली घरों पर कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा ताले जड़ दिए गए. जिसके बिजली घरों पर अपने कार्य करवाने आए उपभोक्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. काफी घंटों तक इंतजार करने के बाद उपभोक्ता बिजली घर से निराश होकर वापस लौट गए.
बिजली विभाग के कर्मचारियों ने की हड़ताल
- बुधवार को मथुरा जिले के सभी बिजली घरों पर कर्मचारी और अधिकारियों द्वारा ताले जड़ दिए गए.
- सैकड़ों की संख्या में आए उपभोक्ता अपने कार्यों को लेकर घंटों तक बिजली घर पर बैठे रहे, लेकिन बिजली घरों पर किसी भी प्रकार का कोई भी कार्य नहीं हुआ.
- इस संबंध में ईटीवी भारत ने उपभोक्ताओं से बातचीत कर उनकी परेशानी जानी.
उपभोक्ताओं का कहना है कि
विद्युत विभाग में कर्मचारी व अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि जब तक उनके सीपीएफ और जीपीएफ में हुए घोटाले का कोई स्थायी निराकरण नहीं होगा, तब तक वे इसी तरीके से आंदोलन करते रहेंगे और अपना कार्य नहीं करेंगे.
विद्युत विभाग कर्मचारी पेंशन पर जाने वाले हैं, उनके 60- 70 लाख रुपए इस घोटाले की भेंट चढ़ गए हैं और अभी तक इस बात की श्योरिटी नहीं है कि वह पैसा वापस मिल जाएगा. किसी भी कार्य को करने के लिए हमें घर चलाने के लिए कुछ न कुछ पैसा मिलता है, लेकिन जब वही पैसा घोटालेबाजों के जरिए एक ऐसी कंपनी में लगा दिया जाए जो पैसा लेकर गायब हो जाए, तो वे कर्मचारी अपने कार्य पर कैसे वापस आ सकते हैं. हमारी जिंदगी भर की जमा पूंजी घोटालेबाजों द्वारा गायब कर दी गई है. हम यह आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक कि हमारे पैसे का कोई स्थायी जवाब हमें नहीं मिल जाता.
- अंशुल शर्मा, एसडीओ विद्युत विभाग