मथुरा : शहर का प्रतिष्ठित कहा जाने वाला नयति अस्पताल आए दिन विवादों में बना रहता है. ताजा मामला कर्मचारियों के कई माह से वेतन नहीं मिलने का है, जिसको लेकर लगभग 80 कर्मचारियों ने अस्पताल परिसर में हंगामा काटते हुए अपने वेतन की मांग की.
कोरोना काल से ही नहीं मिल रहा वेतन
कोरोना काल के पहले से कार्य कर रहे कर्मचारियों का अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है. जिसके चलते कर्मचारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई दफा अस्पताल प्रशासन से बात करने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों का वेतन नहीं मिल पाया है. वेतन नहीं मिलने से परेशान सुरक्षा में लगे हुए कर्मचारियों और अन्य कर्मचारियों ने शनिवार को अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन सुरक्षा में कई बाउंसर लगा रखे हैं. लेकिन शनिवार को बाउंसर भी उग्र हो गए और वेतन न मिलने के चलते उन सब ने भी प्रदर्शन किया. वहीं प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा दूसरे बाउंसर दिल्ली से बुलाए.
विवादों में रहा है नयति अस्पताल
दरअसल, जिस समय नयति अस्पताल मथुरा में बना था उस समय मथुरा वासियों को एक उम्मीद जगी थी, कि उन्हें बड़ी बीमारियों का उपचार कराने के लिए अब दिल्ली या आगरा नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन अस्पताल की कार्यशैली ने उसे विवादों में खड़ा कर दिया है. छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भी अस्पताल द्वारा मोटी रकम वसूली जाने लगी. मरीज और उनके परिजनों के साथ अस्पताल प्रशासन और कर्मचारियों द्वारा अभद्रता के मामले आम हो चले हैं. कई दफा तो अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो जाने के बाद जब परिजन अपने परिजन का शव लेने के लिए पहुंचे, तो कुछ पैसे कम होने के चलते अस्पताल प्रशासन द्वारा शव भी परिजनों को नहीं दिया गया. अब देखना है कर्मचारियों का वेतन कब तक मिल पाता है.