मथुरा: कान्हा की नगरी में दशहरे के पर्व की तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं. पिछले एक महीने से कई राज्यों से आए दर्जनों कारीगर रावण का विशाल पुतला बनाने में जुटे थे. यह कारीगर अधिकतर मुस्लिम समाज के हैं, जिन्होंने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रावण के पुतले को तैयार किया है.
महंगाई के कारण अब इन कारीगरों को पहले की तरह पुतले बनाने में मजा नहीं आता. इस बार रावण का पुतला 80 फीट ऊंचा बनाया गया है. वहीं कुंभकरण का पुतला भी इस बार 70 फीट का बनाया गया है. प्रेम की मिसाल पेश करने वाला मथुरा नगर इस बार भी राम और रहीम के प्रेम को दर्शाता नजर आ रहा है, क्योंकि भगवान राम जिस रावण का वध करेंगे वह रावण विशेष समुदाय के लोगों द्वारा बनाया गया है. रावण के पुतले को मारकर भगवान राम अपने हजारों भक्तों को रावण दहन लीला के दर्शन कराते हैं.
रामलीला कमेटी के सदस्य रामगोपाल शर्मा ने बताया कि पुतले बनाने की तैयारी पिछले एक महीने से चल रही है. रावण बनाने वाले कारीगर काफी दूर से आए हुए हैं.