मथुराः जनपद के गोवर्धन का राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 2 वर्ष बाद 10 जुलाई से शुरू हो रहा है. 5 दिन तक चलने वाले इस भव्य मेले में देश के कोने-कोने से भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त भगवान गिरिराज जी की 7 कोसी परिक्रमा लगाकर मानसी गंगा में डुबकी लगाते हैं. जिसे लेकर शासन-प्रशासन द्वारा तैयारियां कर ली गई हैं. अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं. इसबार श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है.
गोवर्धन में आयोजित होने वाले मुड़िया पूर्णिमा मेले में देश के सभी राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त गिरिराज जी की परिक्रमा करने के लिए पहुंचते हैं. मुड़िया पुणो श्रीपाद सनातन गोस्वामी की याद में मनाई जाती है. मुड़िया पूर्णिमा पर संत अपने गुरु श्रीपाद सनातन गोस्वामी की याद में सर मुंडन कराकर मुड़िया पूर्णिमा पर पांच दिवसीय भजन संकीर्तन कर शोभायात्रा निकालते हैं. गुरु पूर्णिमा यानी व्यास पूर्णिमा गुरु भक्ति को समर्पित एक पर्व है. जो भारतीय सनातन संस्कृति में देशभर में गुरु की पूजा की जाती है. लेकिन गोवर्धन में आषाढ़ मास की पूर्णमासी चैतन्य महाप्रभु के शिष्य गुरु श्रीपाद सनातन गोस्वामी की स्मृति में मनाई जाती है. यह परंपरा करीब 500 वर्ष पुरानी बताई जाती है. गौड़ीय संप्रदाय के साधु-संत व ब्रजवासी सनातन गोस्वामी के महाप्रयाण को लेकर परिक्रमा करते हुए शोभायात्रा निकालते हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारीः वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि यह एक ऐसा मेला है जिसमें भारी संख्या में जगह-जगह से श्रद्धालु मेले में आते हैं. जिसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन पिछले कई दिनों से लगातार कार्य कर रहा है. पुलिस और प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और उनकी जो व्यवस्थाएं हैं. उनको बेहतर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है.
पुलिस सुरक्षाः जनपद में बाहर से आने वाली पुलिस फोर्स की ब्रीफिंग की गई है. इसके अलावा वहां पर अस्थाई चौकियां बनाई गई हैं. वहां पर बने वाच टावरों का निरीक्षण किया गया है. इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था को 9 सुपर जोन, 25 जोन, 66 सेक्टरों में बांटा गया है. वहां पर 45 पार्किंग की सुविधा बनाई गई है. 105 बैरियर पॉइंट के साथ अलग-अलग जगह पर साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं. जिससे श्रद्धालुओं को भी पता रहे कि वह पार्किंग में गाड़ी कहां खड़ी कर सकते हैं. किस क्षेत्र के आगे उनको पैदल आना पड़ेगा.
विशेष व्यवस्थाः एक व्यवस्था ऐसी बनाई गई है जहां असुविधा ना हो. मार्ग के बीच-बीच में पूरी जो परिक्रमा मार्ग है. उसमें बाइक एंबुलेंस भी चलाई जाएगी. अगर किसी व्यक्ति के साथ कोई समस्या होती है तो तत्काल बाइक एंबुलेंस के माध्यम से हमारी टीम वहां पहुंचेगी. इसके अलावा 52 कोबरा मोटरसाइकिल हैं. जो लगातार परिक्रमा मार्ग पर पेट्रोल करती रहेंगी. जिससे किसी भी व्यक्ति को कोई भी समस्या न हो.
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रूट डायवर्जनः अलग-अलग रास्तों से आने वाले वाहनों के लिए ट्रैफिक की विशेष व्यवस्था की गई है. राजस्थान से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था उसी साइट की गई है. मथुरा वृंदावन के रोड से गोवर्धन की तरफ आने वाली गाड़ियों के लिए अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है. आए हुए बूढ़े श्रद्धालुओं के लिए ईरिक्शा की व्यवस्था की जाएगी. ताकि वह परिक्रमा शुरू होने तक पहुंच सके. इसके अलावा किसी भी प्रकार का कोई वाहन अलाउड नहीं किया जाएगा.
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