मथुरा : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयानबाजी करना एक संस्था के अध्यक्ष को महंगा पड़ता नजर आ रहा है. दरअलस, पूर्व में ब्रज में कुंड व घाट आदि का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण करने वाली संस्था द ब्रज फाउंडेशन के अध्यक्ष विनीत नारायण ने, एक तरफ जहां ब्रज में विकास को लेकर मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ बयानबाजी की, साथ ही भव्यता पूर्वक सम्पन्न हुए कुम्भ मेला के आयोजन में भी कमियां निकाली हैं.
उनके इस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से धर्म नगरी वृंदावन समेत ब्रज के संतों एवं धर्माचार्यों में भारी आक्रोश व्याप्त है. इसी के अंतर्गत सोमवार को संत एवं धर्माचार्यों द्वारा बैठक आयोजित की गई. गांधी मार्ग स्थित श्रोत मुनि आश्रम में आयोजित बैठक में जहां संत एवं धर्माचार्यों ने विनीत नारायण द्वारा की गई बयानबाजी की कड़ी निंदा की गई. वहीं उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है.
जानकारी देते हुए महंत फूलडोल दास महाराज ने बताया कि उन्होंने हिंदू समाज का अपमान किया है, संतों का अपमान किया है, हिंदुत्व का अपमान किया है, साथ ही राष्ट्र का भी अपमान किया है. जिन्होंने भी किया है हम उसकी घोर निंदा करते हैं. जैसा हमारे यहां पर निर्णय हुआ है जिसने भी अपमान किया है, उसका काला मुंह करके जूते की माला पहनाकर उसको घुमाना चाहिए. योगी और मोदी हमारी राष्ट्र की धरोहर हमारे दोनों हाथ हैं. विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस भी हमारे दोनों हाथ हैं. देश की रक्षा के लिए मोदी-योगी जी चाहिए. आरएसएस विश्व हिंदू परिषद भी देश की रक्षा के लिए चाहिए. आरएसएस देश की सेवा करती है. पूरा संत समाज विनीत नारायण की घोर निंदा करता है.
गोविंदानंद तीर्थ महाराज जी ने कहा-
जानकारी देते हुए गोविंदानंद तीर्थ महाराज जी ने बताया कि जब एक व्यक्ति राष्ट्र से जुड़ता है, राष्ट्र सबसे बड़ा होता है. और योगी जी हमारे राष्ट्र के सबसे बड़े नेता हैं और हमारे उत्तर प्रदेश के धर्म नेता भी हैं राष्ट्र नेता भी हैं. उनका अपमान नहीं होना चाहिए. यदि किसी ने अपमान किया है तो मैंने एक बात कही, आप विरोध नहीं कर सकते, आप शिकायत कर सकते हैं.
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उन्होंने कहा- शिकायत अपनों से होती है. यदि आप शिकायत करते हैं तो शिकायतें दूर कर दी जाती हैं, और यदि विरोध होता है तो वह कहीं और से आता है. आपको संभल कर यह बात रखनी चाहिए. गोविंदानंद महाराज ने कहा- सारे संत समाज ने इसका विरोध किया है और भविष्य में वो इस प्रकार की चर्चा ना करें. योगी जी और मोदी जी का कोई विरोध ना करें, इसके संबंध में सभी संतों ने एक सामाजिक बैठक की है और अगर भविष्य में ऐसी कोई बात होती है तो उसके लिए दंड के लिए भी बात कही गई है. सबसे बड़ी बात राष्ट्रवाद की है.
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