मथुरा: जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. कृषि विभाग के अनुसार जिले के करीब 4 हजार अपात्र किसानों ने योजना का लाभ लिया है. अब विभाग ऐसे किसानों से करोड़ रुपये की वसूली में जुट गया है.
कृषि विभाग के अनुसार जिले में 4812 ऐसे अपात्र किसान हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अपात्र होते हुए भी लाभ लिया. कृषि विभाग अब ऐसे करीब 350 करोड़ किसानों से रिकवरी कर रहा है. विभाग ने सभी को नोटिस जारी कर धनराशि लौटाने को कहा है और जो लोग ऐसा नहीं करेंगे राजस्व विभाग उन पर उचित कार्रवाई कर वसूली करेगा.
जिला उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2019 में शुरू हुई थी. इसका उद्देश्य था कि लघु किसानों को जरुरत के लिए प्रति माह दो हजार रुपया मिलेगा. इससे किसानों को अपने रोजगार में भी मदद मिलेगी. लेकिन बाद में अपात्र किसान भी इसका फायदा उठाने लगे. उन्होंने बताया कि इस योजना का पात्र वहीं किसान होगा, जिसके पास कोई रोजगार न हो और खेती के अलावा कोई दूसरा धंधा नहीं है.
जिला उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि अपात्रों की श्रेणी में वह किसान हैं, जिनके पास जॉब है, वकील, इंजीनियर या कोई संवैधानिक पद पर आसीन हैं. ऐसे लोगों किसान सम्मान निधि योजना की पात्रता की श्रेणी से बाहर रखा गया है. लेकिन इन लोगों ने भी पात्र बनने के लिए फॉर्म भरकर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया.
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