मथुरा: गिरिराज जी की नगरी गोवर्धन में 10 जुलाई से लगने जा रहे राजकीय मुड़िया मेला (mudiya purnima mela 2022) को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. शनिवार देर रात को डीएम और एसएसपी ने बाइक से मेले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इस मेले में न केवल देश के श्रद्धालु शामिल होते हैं, बल्कि विदेशों से भी भक्तगण यहां पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए वृंदावन की यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है. बता दें कि यह मेला 15 जुलाई तक लगा रहेगा.
राष्ट्रीय मुड़िया मेले का रविवार शाम को हर्षोल्लास के साथ शुभारंभ किया जाएगा. एकादशी होने के कारण आज से ही लाखों श्रद्धालु 21 किमी. की परिक्रमा लगाने के लिए गोवर्धन पहुंच रहे हैं. परिसर में सादा कपड़ों में पुलिस बल और खुफिया विभाग की टीमें तैनात की गई हैं. वहीं, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से भी निगरानी रखी जा रही है. शनिवार देर शाम को राजकीय मुड़िया मेले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बाइक पर हेलमेट लगाकर भ्रमण के लिए निकले. अधिकारियों ने पूरा मेला क्षेत्र में सुरक्षा पॉइंट ऑफ व्यू और बैरिकेडिंग वॉच टावर की सुरक्षा परखी.
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राष्ट्रीय मुड़िया मेला वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बाद आयोजित किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि इस बार मेले में 50 लाख से अधिक श्रद्धालु गोवर्धन में परिक्रमा लगाने के लिए पहुंचेंगे. इसलिए सुरक्षा के खास इंतजाम रखे गए हैं. पूरे परिसर क्षेत्र को 9 सुपर जोन, 25 जोन, 66 सेक्टर में बांटा गया है. मेला परिसर में 105 बैरिकेडिंग और 45 पार्किंग के साथ 66 सीसीटीवी, वॉच टॉवर भी लगाए गए हैं.
सुरक्षा में तैनात पुलिस बल
राजकीय मुड़िया मेला को लेकर जिला प्रशासन ने 9 एसपी, 23 डीएसपी, 66 इंस्पेक्टर, 339 एसआई, 1795 कॉन्स्टेबल, 34 महिला एसआई, 125 महिला सिपाही, 50 एसआई यातायात, 374 कांस्टेबल यातायात, 2 पीएसी कंपनी, 30 सदस्य एसडीआरएफ की टीम के साथ 6 घुड़सवार तैनात किए गए हैं.
क्षेत्राधिकारी सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि 7 से 15 जुलाई तक हमारे यहां गुरु पूर्णिमा पर जो मुड़िया मेला चलता है, उसमें लगभग एक से डेढ़ करोड़ तक की भीड़ आने की संभावना है और जो भीड़ आएगी वह वृंदावन के अन्य धार्मिक स्थलों तक भ्रमण भी करेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए यातायत में बदलाव किया है.
वन वे सिस्टम से श्रद्धालुओं को कराएं जाएंगे दर्शन
उन्होंने बताया कि वन वे सिस्टम से श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाएंगे. इस क्रम में जो लोग आगरा-दिल्ली हाईवे से छटीकरा की तरफ से आएंगे, वह लोग मल्टी लेवल पार्किंग नंदनवन कट की तरफ से होते हुए जादौन पार्किंग तक अपनी गाड़ी ले जा सकते हैं. नंदनवन कट और रशियन बिल्डिंग के सामने परिक्रमा मार्ग से जब गाड़ी उनकी वापस लौटेगी तो वह काली देह मंदिर के बगल से हरी निकुंज तिराहे की तरफ से वन में सिस्टम को फॉलो करते हुए यमुना एक्सप्रेस वे की तरफ हनुमान तिराहा अटला चुंगी और सौ सैया की तरफ से जा सकते हैं. या फिर हरी निकुंज तिराहे से इस्कॉन टेंपल की तरफ रमणरेती प्रेम मंदिर तिराहा और सौ फुटा वाले अंडर पास से रुकमणी बिहार केशव धाम से होते हुए छटीकरा की तरफ आ सकते हैं. यह व्यवस्था चार पहिया वाहनों के लिए है.
क्षेत्राधिकारी सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि जो हमारे निर्धारित रूट तक ई रिक्शा चल रहे हैं, उन लोगों को भी हम एकल मार्ग में चलाने का प्रयास करेंगे. जो छटीकरा की तरफ से आएंगे. वह नंदनवन कट होते हुए काली देह तक श्रद्धालुओं को छोड़ सकते हैं. अगर कोई श्रद्धालु काली देह तक नहीं तो दुस्सायात तक छोड़ सकते हैं. या हरी निकुंज तिराहे पर छोड़ सकते हैं. बेसिकली वह नंदनवन कट से रशियन बिल्डिंग काली देह काली देह से हरी निकुंज तिराहा और वहां से चाहे तो रमणरेती की तरफ प्रेम मंदिर तिराहे तक आ सकते हैं या उधर से हनुमान तिराहा हनुमान तिराहे से अटला चुंगी और सौ सैया आ सकते हैं. इस तरह से हम लोग एक तरीके से पूरे जो वृंदावन के मुख्य मार्ग हैं उनको हम वन वे सिस्टम बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
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