मथुराः परिक्रमा मार्ग स्थित मोर कुटी आश्रम पर संत समाज द्वारा बुधवार को बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में ब्रजमंडल के संतो ने आरोप लगाया कि विगत वर्षों में लगभग 600 करोड़ रुपए योगी सरकार ने ब्रज के विकास के लिए दिए. इसे उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से विकास कार्यों के नाम पर खर्च किया गया लेकिन जन समस्या जस की तस बनी हुई है. साथ ही बैठक में संतो ने मथुरा में चल रही विकास परियोजनाओं में धांधली किए जाने की बात कहते हुए आक्रोश जताया. संतों ने एक सुर में कहा कि जानबूझकर योगी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. ब्रज की विकास परियोजनाएं गलत ढंग से क्रियान्वित की जा रहीं हैं.
बैठक में संत प्रवर दीनबंधु दास महत्यागी ने कहा कि आज ब्रज में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के साथ-साथ ब्रजवासियों को भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव से जूझना पड़ रहा है. वृंदावन सहित मथुरा ट्रैफिक जाम, गंदगी, बंदरों के आतंक आदि जनसमस्याओं से जूझ रही है. महंत परमेश्वर दास महाराज ने कहा कि ब्रज में आने वाले देश विदेश के यात्रियों के लिए विश्राम आदि का कोई स्थान नहीं है. 600 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वृंदावन परिक्रमा मार्ग अवैध कब्जों से बदहाल है.
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संत देवकीनंदन महाराज ने पिछले 5 सालों में ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा किए गए विकास कार्यों की विस्तृत जांच की मांग करते हुए कहा कि करोड़ों रुपया खर्च होने के बाद भी ब्रज का संरक्षण नहीं हो पा रहा है. इसकी जांच होनी चाहिए. इसके अलावा बैठक में उपस्थित महंत शिवचरण दास और चरण दास ने कहा कि गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव , गोकुल बलदेव आदि तीर्थ स्थानों पर जलभराव, जर्जर सड़कें, खारे पानी की समस्या, शिक्षा और स्वास्थ्य आदि का पूर्ण अभाव है. इसको लेकर आज तक मथुरा जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्य योजना अमल में नहीं लाई गई.
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