मथुराः बीते दिनों जिले के बाल संप्रेक्षण गृह से दो नाबालिग बंदियों ने एग्जॉस्ट फैन तोड़कर बाल संप्रेक्षण गृह से भागने का प्रयास किया था. इस दौरान संप्रेक्षण गृह पर तैनात तीन कर्मचारियों ने दोनों किशोरों को पकड़ कर क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थीं. कर्मचारियों ने उन्हें खंभे से बांधकर लाठी-डंडों और बेल्ट से बेरहमी से पीटा था. मामला सामने आने के बाद किशोरों का चिकित्सीय परीक्षण कराकर इसकी जांच शुरू की गयी थी. वहीं, जांच में दोषी पाए जाने पर संप्रेक्षण गृह में तैनात तीन कर्मचारियों को वहां से हटा दिया गया है.
किशोरों के साथ मारपीट का मामला चर्चा में बना हुआ था. आरोपी कर्मचारियों पर कार्रवाई के बाद अन्य कई कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है. जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुराग श्याम रस्तोगी ने बताया कि जिला संप्रेक्षण गृह में किशोरों के साथ हुई मारपीट के मामले में दोषी कर्मचारियों को हटा दिया गया है और उनकी जगह दूसरे कर्मचारियों को रखा जाएगा. यह भी ध्यान रखा जाएगा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. किशोरों का मेडिकल कराया गया था आरोपी कर्मचारियों ने किशोरों को बेल्ट से मारा था, बच्चों के शरीर पर उसी के निशान थे. परंतु उस मामले में कार्रवाई चल रही है.
इस मामले में जांच आगे भी होनी है, जो भी कार्रवाई होगी उसके बारे में अवगत करा दिया जाएगा. फिलहाल कर्मचारियों को हटा दिया गया है. कर्मचारियों का नाम विक्रांति, शेखर और सोनू है. यह लोग स्थाई कर्मचारी नहीं थे. इन्हें सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से नियुक्त किया गया था.
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