मथुरा: देश भर में भाई दूज का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. 5 दिनों के त्योहार दीपावली के अंतिम दिन भाई दूज पर जहां बहन भाई के टीका कर उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. वहीं मथुरा में भाई दूज का पर्व बड़े ही अनोखे अंदाज में मनाया जाता है. इस दिन यहां बड़ी संख्या में भाई बहन एक-दूसरे का हाथ पकड़कर यमुना स्नान करते हैं और एक-दूसरे की लंबी उम्र की कामना करते हैं.
विश्राम घाट पर भाई-बहन करते हैं स्नान
जिस विश्राम घाट पर भगवान श्री कृष्ण ने कंस का वध करने के बाद विश्राम किया था. इसी घाट पर लाखों की संख्या में भाई दूज के दिन भाई-बहन एक-दूसरे का हाथ पकड़कर स्नान करते हैं और एक-दूसरे की लंबी उम्र की कामना करते हैं. पुराणों की मान्यता के अनुसार यहां यमुना में स्नान करने से यम फांस से मुक्ति मिलती है.
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स्नान से यम फांस से मिलती है मुक्ति
इस स्थान पर स्नान से यम फांस से मुक्ति का आशीर्वाद खुद यमराज ने उस समय दिया था, जब वह आज के ही दिन अपनी बहन यमुना से मिलने इसी स्थान पर आए थे. कहा जाता है कि सूर्य की पत्नी संध्या के पुत्र और पुत्री दो संतान थीं. यमुना के सूर्य के तेज को न सह सकने के कारण संध्या ने छाया का वेश बनाया और वह उत्तरी ध्रुव में जाकर रहने लगी. तभी से यमुना पृथ्वी पर आकर रहने लगीं और यमुना में रहकर कृष्ण का इंतजार करने लगीं.
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यमराज ने यमुना को दिया था वरदान
यमराज भाई दूज के दिन अपनी बहन यमुना के पास आए. यमुना ने अपने भाई का खूब सत्कार किया, जिससे खुश होकर यमराज ने यमुना से वरदान मांगने को कहा. इस पर यमुना ने कहा कि भाई दूज के दिन इसी जगह पर भाई-बहन एक-दूसरे का हाथ पकड़कर स्नान करें तो आप उनको नरक से मुक्ति दे दें और उन्हें लंबी उम्र का वरदान दें. इस पर यमराज ने यमुना को यह वरदान दिया. तभी से इस स्थान पर भाई दूज के दिन भाई-बहन एक-दूसरे का हाथ पकड़कर स्नान करते हैं.