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मथुरा: महंत ने प्रशासन पर आश्रम की भूमि अधिग्रहण का लगाया आरोप

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास ने प्रशासन पर अपनी भूमि को अधिग्रहण करने का आरोप लगाया. उन्होंने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है.

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Published : Jul 14, 2019, 3:15 PM IST

मथुरा.

मथुरा: जिले के वृंदावन में परिक्रमा मार्ग स्थित जगन्नाथ घाट के सामने बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास ने प्रशासन पर अपनी भूमि को महाराज वन के नाम पर अधिग्रहण करने का आरोप लगाया है. महंत के अनुसार यह जमीन उनकी है, जिसके पूरे कागजात उनके पास हैं. इस मामले में पीड़ित ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र के माध्यम से शिकायत की है. महंत ने इस मामले में कानूनी शरण लेने की बात कही है.

महंत ने भूमि पर अपना मालिकाना हक बताया.


महंत ने लगाया मंदिर तोड़ने का आरोप

  • परिक्रमा मार्ग स्थित बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास एवं कानूनगो बांके बिहारी जायसवाल के बीच महाराज वन की भूमि को लेकर नोकझोंक हुई.
  • महंत ने कानूननो को जमीन से जुड़े दस्तावेज और न्यायालय द्वारा उनके हक में दिए गए आदेश की प्रतियां दिखाते हुए अपना पक्ष रखा.
  • महंत के अनुसार उस भूमि पर चल रही जेसीबी और ट्रैक्टर के द्वारा मंदिर को खंडित किया गया.

मुख्यमंत्री से की शिकायत

  • बालाजी आश्रम के महंत की यह भूमि मौजा अरुआ स्थित खसरा नंबर 12/ 5 में है.
  • इसमें एक वाद न्यायालय में विचाराधीन है.
  • भूमि पर मालिकाना हक को लेकर न्यायालय द्वारा उनके हक में फैसला भी दिया गया है.
  • महंत ने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को पत्र के माध्यम से शिकायत की है.
  • महंत ने इस मामले में न्यायालय की शरण लेने की बात कही.

दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय

  • मौके पर पहुंचे कानूनगो द्वारा मंदिर तोड़ने की बात को नकार दिया गया.
  • कानूनगो बांके बिहारी जायसवाल ने कहा कि यह महाराज वन की भूमि है, जहां शासन की मंशा के अनुरूप वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा.
  • कानूगो द्वारा महंत को दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय दिया गया है.

मथुरा: जिले के वृंदावन में परिक्रमा मार्ग स्थित जगन्नाथ घाट के सामने बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास ने प्रशासन पर अपनी भूमि को महाराज वन के नाम पर अधिग्रहण करने का आरोप लगाया है. महंत के अनुसार यह जमीन उनकी है, जिसके पूरे कागजात उनके पास हैं. इस मामले में पीड़ित ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र के माध्यम से शिकायत की है. महंत ने इस मामले में कानूनी शरण लेने की बात कही है.

महंत ने भूमि पर अपना मालिकाना हक बताया.


महंत ने लगाया मंदिर तोड़ने का आरोप

  • परिक्रमा मार्ग स्थित बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास एवं कानूनगो बांके बिहारी जायसवाल के बीच महाराज वन की भूमि को लेकर नोकझोंक हुई.
  • महंत ने कानूननो को जमीन से जुड़े दस्तावेज और न्यायालय द्वारा उनके हक में दिए गए आदेश की प्रतियां दिखाते हुए अपना पक्ष रखा.
  • महंत के अनुसार उस भूमि पर चल रही जेसीबी और ट्रैक्टर के द्वारा मंदिर को खंडित किया गया.

मुख्यमंत्री से की शिकायत

  • बालाजी आश्रम के महंत की यह भूमि मौजा अरुआ स्थित खसरा नंबर 12/ 5 में है.
  • इसमें एक वाद न्यायालय में विचाराधीन है.
  • भूमि पर मालिकाना हक को लेकर न्यायालय द्वारा उनके हक में फैसला भी दिया गया है.
  • महंत ने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को पत्र के माध्यम से शिकायत की है.
  • महंत ने इस मामले में न्यायालय की शरण लेने की बात कही.

दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय

  • मौके पर पहुंचे कानूनगो द्वारा मंदिर तोड़ने की बात को नकार दिया गया.
  • कानूनगो बांके बिहारी जायसवाल ने कहा कि यह महाराज वन की भूमि है, जहां शासन की मंशा के अनुरूप वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा.
  • कानूगो द्वारा महंत को दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय दिया गया है.
Intro:वृंदावन में वृंदावन मार्ग स्थित जगन्नाथ घाट के सामने बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास ने प्रशासन पर अपनी भूमि को महारास वन के नाम पर अधिग्रहण करने का आरोप लगाया है. मेहनत के अनुसार यह जमीन उनकी है, जिसके उनके पास पूरे कागजात हैं. इस मामले में पीड़ित ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से शिकायत की है .उन्होंने इस मामले में कानूनी शरण लेने की भी बात कही है.


Body:परिक्रमा मार्ग स्थित बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास एवं कानूगो बांके बिहारी जयसवाल के बीच महाराज वन की भूमि को लेकर जमकर नोकझोंक हुई .महंत ने कानूनों को जमीन से जुड़े दस्तावेज और न्यायालय द्वारा उनके हक में दिए गए आदेश की प्रतियां दिखाते हुए अपना पक्ष रखा .इतना ही नहीं महंत भगवती शरण ने भूमि पर चलाए जा रहे जेसीबी और ट्रैक्टर द्वारा भगवान शंकर जी के परिवार को खंडित करने का आरोप लगाया. इधर मौके पर पहुंचे कानूगो द्वारा मंदिर तोड़ने की बात को नकार दिया गया. जिसको लेकर काफी देर चली बहस के बाद दोनों पक्ष उस स्थान पर पहुंचे जहां पर शंकर जी के परिवार के श्री विग्रह स्थापित थे. महंत के अनुसार उस भूमि पर चल रही जेसीबी और ट्रैक्टर के द्वारा मंदिर को खंडित किया गया .वहीं कानूनगो द्वारा सभी आरोपों को सिरे से नकारा गया. कानूगो बांके बिहारी जायसवाल के अनुसार यह महाराज वन की भूमि है, जहां शासन की मंशा के अनुरूप वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा.


Conclusion:वहीं बालाजी आश्रम के महंत के अनुसार मौजा अरुआ स्थित खसरा नंबर 12/ 5 मैं अपनी भूमि होना बताया .जिसमें एक वाद न्यायालय में विचाराधीन है .वही भूमि पर मालिकाना हक को लेकर न्यायालय द्वारा उनके हक में फैसला भी दिया गया है. महंत ने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को पत्र के माध्यम से उनकी भूमि का अधिग्रहण करने की शिकायत की है. इतना ही नहीं महंत ने इस मामले मैं न्यायालय की शरण लेने का मन भी बनाया है. वही कानूगो द्वारा महंत को दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय दिया गया है .
बाइट- भगवती चरण दास महंत बालाजी आश्रम
काउंटर बाइट -कानूगो बांके बिहारी जायसवाल
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
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