मथुरा: जिले के वृंदावन में परिक्रमा मार्ग स्थित जगन्नाथ घाट के सामने बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास ने प्रशासन पर अपनी भूमि को महाराज वन के नाम पर अधिग्रहण करने का आरोप लगाया है. महंत के अनुसार यह जमीन उनकी है, जिसके पूरे कागजात उनके पास हैं. इस मामले में पीड़ित ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र के माध्यम से शिकायत की है. महंत ने इस मामले में कानूनी शरण लेने की बात कही है.
महंत ने लगाया मंदिर तोड़ने का आरोप
- परिक्रमा मार्ग स्थित बालाजी आश्रम के महंत भगवती शरण दास एवं कानूनगो बांके बिहारी जायसवाल के बीच महाराज वन की भूमि को लेकर नोकझोंक हुई.
- महंत ने कानूननो को जमीन से जुड़े दस्तावेज और न्यायालय द्वारा उनके हक में दिए गए आदेश की प्रतियां दिखाते हुए अपना पक्ष रखा.
- महंत के अनुसार उस भूमि पर चल रही जेसीबी और ट्रैक्टर के द्वारा मंदिर को खंडित किया गया.
मुख्यमंत्री से की शिकायत
- बालाजी आश्रम के महंत की यह भूमि मौजा अरुआ स्थित खसरा नंबर 12/ 5 में है.
- इसमें एक वाद न्यायालय में विचाराधीन है.
- भूमि पर मालिकाना हक को लेकर न्यायालय द्वारा उनके हक में फैसला भी दिया गया है.
- महंत ने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को पत्र के माध्यम से शिकायत की है.
- महंत ने इस मामले में न्यायालय की शरण लेने की बात कही.
दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय
- मौके पर पहुंचे कानूनगो द्वारा मंदिर तोड़ने की बात को नकार दिया गया.
- कानूनगो बांके बिहारी जायसवाल ने कहा कि यह महाराज वन की भूमि है, जहां शासन की मंशा के अनुरूप वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा.
- कानूगो द्वारा महंत को दस्तावेज दिखाने के लिए 8 दिन का समय दिया गया है.