मथुराः महिला महामंडेलश्वर द्वारा संत के खिलाफ की गई शिकायत का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. महिला महामंडलेश्वर द्वारा एक संत के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रावाई की मांग की गई है, जिस पर पुलिस ने एक अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है. वहीं, अब संत द्वारा भी महिला महामंडलेश्वर सहित दो पर अवैध वसूली सहित कई गंभीर आरोप लगाकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
महामंडलेश्वर महंत धर्मेंद्र गिरी पर थाना वृंदावन और जैंत थाने में चौथ वसूली, अवैध कब्जा आदि में एक साथ दो एफआईआर दर्ज की गई है, जिस पर महंत धर्मेंद्र गिरी का कहना है कि महिला महामंडलेश्वर की एफआईआर का बदला लिया गया है. पुलिस को गुमराह कर एफआईआर दर्ज कराई गई है. मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.
महामंडलेश्वर महंत धर्मेंद्र गिरी ने बताया कि 'गुरुवार सुबह मुझे ज्ञात हुआ कि पुलिस द्वारा मेरे खिलाफ वृंदावन और जैंत दोनों थानों में एक साथ बिना किसी जांच के एफआईआर कर दी गई है. वृंदावन थाने में चौथ वसूली 384 120 बी और 506 जैंत थाने में 420 384 और 506 में मुकदमा मेरे खिलाफ दर्ज हुआ है. यह एक षड्यंत्र है, पुलिस को गुमराह करके एफआईआर लिखाई गई है, जैसा कि सभी को पता है. अखाड़े की महिला महामंडलेश्वर द्वारा एक संत के खिलाफ एफआईआर कराई गई थी, तो उसी का बदला लेने के लिए षड्यंत्र करके बदले की भावना से मेरे खिलाफ एफ आई आर कराई गई है.'
महामंडलेश्वर महंत धर्मेंद्र गिरी का कहना है कि 'पुलिस द्वारा कोई जांच नहीं की गई और इस मामले में कोई साक्ष्य नहीं है. बिना साक्ष्यों के आधार पर एफआईआर कर दी गई है, जो संत सभा में अनामिका गोस्वामी के खिलाफ जो एक संत ने रखैल शब्द इस्तेमाल किया था, पुलिस ने उसमें भी 499 में एफआईआर की थी, लेकिन उसमें अभी तक कोई इंक्वायरी न करते हुए, कोई जांच न करते हुए उल्टा मेरे खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई है.'
महंत धर्मेंद्र गिरी ने कहा कि 'पूरा का पूरा षड्यंत्र है और इन षड्यंत्रों से मैं डरने वाला नहीं हूं, क्योंकि अभी जो जैंत थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है वह डॉक्टर अभिषेक शर्मा ने दर्ज कराई है. डॉक्टर अभिषेक शर्मा एक अवैध कब्जा धारी हैं. मेरे यहां पर मेरी कंपनी ने जो फ्लैट दिए थे, उस मामले में 75 लाख 31 हजार का चेक बाउंसिंग का केस चल रहा है, उसमें अभिषेक शर्मा पर 302 में एफआईआर दर्ज हो चुकी थी. ड्रग्स एक्ट में एफआईआर दर्ज हो चुकी थी, लेकिन शासन प्रशासन की मिलीभगत के चलते गुमराह करते हुए वह बच निकलता है और मेरा पैसा न देना पड़े उस पर दबाव बनाने के लिए यह एफआईआर दर्ज कराई गई है.'
महामंडलेश्वर महंत धर्मेंद्र गिरी ने कहा कि 'इन सबसे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, जहां तक जेल जाने का सवाल है भगवान श्री कृष्ण जी का भी जन्म जेल में ही हुआ था. मुझे डर नहीं है मैं सब को अवगत कराना चाहता हूं कि शासन और प्रशासन हमेशा बिना किसी जांच-पड़ताल के ऐसे कार्य करेगा, तो हम संत लोगों की जो झेलने की प्रक्रिया है. आपने देखा होगा कि कई संत सुसाइड कर चुके हैं, हालांकि मैं कभी सुसाइड नहीं करूंगा. आज हालात ऐसे हैं कि पुलिस ने बिना जांच के एफआईआर की है. मेरे सुसाइड करने जैसे हालात हैं, लेकिन मैं करूंगा नहीं और अगर प्रशासन ने इस पर संज्ञान नहीं लिया तो मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर इस मामले को अवगत करूंगा.
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