मथुराः जनपद के वृंदावन थाना क्षेत्र के अंतर्गत मोतीझील क्षेत्र में स्थित भूरी वाला आश्रम के स्वामित्व को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को हुए सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (BJP MP Sadhvi Pragya Thakur) और नागेंद्र महाराज की पत्नी मीनाक्षी के बीच हुए विवाद को लेकर मंगलवार को साधु-संतों ने बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की.
करीब एक माह पूर्व स्वामी कृष्णानंद और स्वामी दर्शनानंद के बीच हिंसक विवाद हुआ था. जिसमें करीब 6 लोग घायल हो गए थे. पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई थी. वहीं, सोमवार को एक बार फिर विवादित आश्रम उस समय सुर्खियों में आ गया. जब सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर विवादित आश्रम पहुंच गई. इस दौरान आश्रम के विवाद में स्वामी कृष्णानंद के पक्ष में खड़े कार्षिणी नागेंद्र महाराज (Karshini Nagendra Maharaj) की गैरमौजूदगी में उनकी पत्नी मीनाक्षी गौड़ से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के सुरक्षाकर्मियों, आश्रम के कर्मचारियों के मध्य विवाद उत्पन्न हो गया. सांसद और नागेंद्र महाराज की पत्नी दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए. सांसद ने आरोप लगाया कि उनके साथ गाली-गलौज और अभद्रता की गई है. इसके साथ ही मथुरा पुलिस नागेंद्र महाराज के समर्थन में कार्य कर रही है. वहीं, नागेंद्र महाराज की पत्नी ने सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के सुरक्षाकर्मियों पर पिस्टल तानने और अभद्रता करने का आरोप लगाया. इस मामले में पुलिस ने सांसद के सुरक्षाकर्मियों सहित 3 लोगों को हिरासत में भी लिया.
कार्षिणी नागेंद्र महाराज ने बताया मंगलवार को मामले में अगर पुलिस मौके पर नहीं होती तो बहुत कुछ हो सकता था. इस मामले को सभी संतो और धर्माचार्यों ने संज्ञान में लिया है. इस तरह की हरकत गलत है. किसी को भी धौंस जमाने का कोई अधिकार नहीं है. सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के सुरक्षाकर्मियों द्वारा पिस्टल तानी गई. गेट तोड़ने का प्रयास किया गया. एक अकेली महिला जो बच्चों के साथ थी. उसको मारने और प्रताड़ित करने का प्रयास किया गया. इस बैठक में सभी संत और धर्माचार्यों ने मांग की है कि तहरीर के आधार पर आरोपियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई हो. मामले में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजना चाहिए.
कार्षिणी नागेंद्र महाराज (Karshini Nagendra Maharaj) ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से हमारा कोई विवाद नहीं था. भूरी वाला आश्रम के नारायणनंद बाबा के साथ मेरी पत्नी का विवाद हुआ है. उसी ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है. उसी वजह से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के साथ विवाद बढ़ा है. प्रशासन को भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. हम हर हाल तक कार्रवाई के लिए प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) , मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को इस मामले में अवगत करा दिया गया है. निश्चित तौर पर इस मामले में तत्काल कार्रवाई कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को यहां आना ही नहीं चाहिए था.
यह भी पढ़ें- वृंदावन में आश्रम को लेकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और नागेंद्र महाराज आमने-सामने