मथुरा: जिले के लोग आवारा कुत्तों के डर से आतंकित हैं. जिले में आवारा कुत्तों के हमले का मामला दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. राह चलते लोगों को और बच्चों को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं. हर रोज इंजेक्शन लगवाने वाले मरीजों की संख्या जिला अस्पताल में 100 से ऊपर पहुंचने लगी है. शिकायत के बावजूद भी नगर निगम की लापरवाही के चलते महीनों से आवारा कुत्तों के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया गया.
मथुरा में आवारा कुत्तों के आतंक से बढ़ रही अस्पतालों में भीड़ - मथुरा जिला अस्पताल
यूपी के मथुरा में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. आए दिन लोग इनका शिकार बन रहे हैं. कुत्तों के काटने से घायल हो रहे लोग अस्पताल की भीड़ बढ़ा रहे हैं. स्थानियों की शिकायत के बावजूद भी नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
मथुरा में बढ़ा आवारा कुत्तों का आतंक.
मथुरा: जिले के लोग आवारा कुत्तों के डर से आतंकित हैं. जिले में आवारा कुत्तों के हमले का मामला दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. राह चलते लोगों को और बच्चों को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं. हर रोज इंजेक्शन लगवाने वाले मरीजों की संख्या जिला अस्पताल में 100 से ऊपर पहुंचने लगी है. शिकायत के बावजूद भी नगर निगम की लापरवाही के चलते महीनों से आवारा कुत्तों के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया गया.
बरसात के दिनों में आवारा कुत्तों का आतंक शहर से लेकर देहात और देहात से लेकर मोहल्लों में बढ़ता ही जा रहा है. घरों से बाहर निकलते मासूम बच्चों और राह चलते लोगों को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं. जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे मरीजों की संख्या हर रोज सैकड़ों का आंकड़ा पार कर रही है. आलम यह है कि मथुरा वृंदावन नगर निगम ने आवारा कुत्तों के खिलाफ शिकायत के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसका खामियाजा स्थानीय लोगों और मासूम बच्चों को भुगतना पड़ता है. देहात में भी आवारा कुत्तों के हमले की घटना बढ़ने लगी है. इस पूरे मामले पर नगर निगम का कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
एसीएमएस ने दी जानकारी
जिला अस्पताल एसीएमएस अमिताभ पांडे ने बताया रेबीज इंजेक्शन लगवाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. शहर और देहात में भी मरीजों की संख्या ज्यादा होने लगी है. समय पर रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध हो जाते हैं, जब इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होते तो टीम को लखनऊ भेजा जाता है. लखनऊ से उपलब्ध होने के बाद जिला अस्पताल में इंजेक्शन मरीजों को लगवाया जाता है. वहीं चिकित्सक शिवराज सिंह चौधरी ने बताया जिला अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन लगवाने वाले मरीजों की संख्या प्रतिदिन 100 के पार पहुंच रही है.
बरसात के दिनों में आवारा कुत्तों का आतंक शहर से लेकर देहात और देहात से लेकर मोहल्लों में बढ़ता ही जा रहा है. घरों से बाहर निकलते मासूम बच्चों और राह चलते लोगों को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं. जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे मरीजों की संख्या हर रोज सैकड़ों का आंकड़ा पार कर रही है. आलम यह है कि मथुरा वृंदावन नगर निगम ने आवारा कुत्तों के खिलाफ शिकायत के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसका खामियाजा स्थानीय लोगों और मासूम बच्चों को भुगतना पड़ता है. देहात में भी आवारा कुत्तों के हमले की घटना बढ़ने लगी है. इस पूरे मामले पर नगर निगम का कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
एसीएमएस ने दी जानकारी
जिला अस्पताल एसीएमएस अमिताभ पांडे ने बताया रेबीज इंजेक्शन लगवाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. शहर और देहात में भी मरीजों की संख्या ज्यादा होने लगी है. समय पर रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध हो जाते हैं, जब इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होते तो टीम को लखनऊ भेजा जाता है. लखनऊ से उपलब्ध होने के बाद जिला अस्पताल में इंजेक्शन मरीजों को लगवाया जाता है. वहीं चिकित्सक शिवराज सिंह चौधरी ने बताया जिला अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन लगवाने वाले मरीजों की संख्या प्रतिदिन 100 के पार पहुंच रही है.