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बांके बिहारी मंदिर में जबरन टीका लगाने पर रोक

मथुरा के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में अब भक्तों को दर्शन करने में कोई परेशानी नहीं होगी. भक्तों को अब जबरन टीका लगाने वालों से छुटकारा मिलेगा. प्रशासन ने इस पर रोक लगाी दी है.

बांके बिहारी मंदिर
बांके बिहारी मंदिर
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Published : Nov 27, 2021, 1:46 PM IST

Updated : Nov 27, 2021, 2:15 PM IST

मथुरा: विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त हर रोज भारी संख्या में पहुंचते हैं. इस दौरान मंदिर परिसर में अवैध रूप से जमा रखी गोस्वामियों की गद्दी और जबरन चंदन का टीका लगाने वालों द्वारा फैलाई जा रही अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगाने के लिए बांके बिहारी मंदिर की प्रशासनिक अधिकारी सिविल जज जूनियर डिविजन अर्चना सिंह ने श्रद्धालुओं को जबरन चंदन टीका लगाने पर और अवैध रूप से गोस्वामियों की रखी हुई गद्दियों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

दरअसल विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में हर रोज भारी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु भक्त अपने आराध्य के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस दौरान मंदिर परिसर में अवैध रूप से गोस्वामियों द्वारा अपनी गद्दी लगा रखी है. इसके अलावा जो गोस्वामी ठाकुर जी की अंगसेवा में नहीं होते हैं वह बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को चंदन टीका लगाकर दक्षिणा व दान के रूप में उगाई भी करते हैं, जिससे न केवल मंदिर की छवि खराब होती है, बल्कि अधिक भीड़ होने के चलते अव्यवस्थाएं भी उत्पन्न होती हैं.

बांके बिहारी मंदिर के सेवायत शैलेंद्र नाथ गोस्वामी ने मंदिर में चंदन लगाने वालों और सेवायातों की गद्दी हटाने के लिए सिविल जज जूनियर डिविजन में 16 मार्च 2017 को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसका आदेश अब तक मंदिर प्रबंधन द्वारा अमल नहीं कराया गया. सेवायत गोस्वामी के प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए सिविल जज जूनियर डिविजन ने 16 मार्च 2017 के आदेश को तत्काल प्रभाव से कड़ाई से पालन करवाने के आदेश मंदिर प्रबंधन को दिए हैं, जिससे मंदिर की छवि खराब न हो.

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आदेश में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि आदेश का पालन न करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी अमल में लाई जा सकती है. सिविल जज जूनियर डिविजन मथुरा अर्चना सिंह द्वारा 25 नवंबर को एक बार फिर से पिछले आदेश को कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं. 25 नवंबर को बांके बिहारी मंदिर की प्रशासनिक अधिकारी सिविल जज जूनियर डिविजन मथुरा अर्चना सिंह द्वारा आदेश जारी किए गए हैं कि 16 मार्च 2017 के पिछले आदेश का कड़ाई से पालन कराया जाए, जिससे कि बांके बिहारी मंदिर की छवि खराब न हो और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो.

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मथुरा: विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त हर रोज भारी संख्या में पहुंचते हैं. इस दौरान मंदिर परिसर में अवैध रूप से जमा रखी गोस्वामियों की गद्दी और जबरन चंदन का टीका लगाने वालों द्वारा फैलाई जा रही अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगाने के लिए बांके बिहारी मंदिर की प्रशासनिक अधिकारी सिविल जज जूनियर डिविजन अर्चना सिंह ने श्रद्धालुओं को जबरन चंदन टीका लगाने पर और अवैध रूप से गोस्वामियों की रखी हुई गद्दियों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

दरअसल विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में हर रोज भारी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु भक्त अपने आराध्य के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस दौरान मंदिर परिसर में अवैध रूप से गोस्वामियों द्वारा अपनी गद्दी लगा रखी है. इसके अलावा जो गोस्वामी ठाकुर जी की अंगसेवा में नहीं होते हैं वह बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को चंदन टीका लगाकर दक्षिणा व दान के रूप में उगाई भी करते हैं, जिससे न केवल मंदिर की छवि खराब होती है, बल्कि अधिक भीड़ होने के चलते अव्यवस्थाएं भी उत्पन्न होती हैं.

बांके बिहारी मंदिर के सेवायत शैलेंद्र नाथ गोस्वामी ने मंदिर में चंदन लगाने वालों और सेवायातों की गद्दी हटाने के लिए सिविल जज जूनियर डिविजन में 16 मार्च 2017 को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसका आदेश अब तक मंदिर प्रबंधन द्वारा अमल नहीं कराया गया. सेवायत गोस्वामी के प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए सिविल जज जूनियर डिविजन ने 16 मार्च 2017 के आदेश को तत्काल प्रभाव से कड़ाई से पालन करवाने के आदेश मंदिर प्रबंधन को दिए हैं, जिससे मंदिर की छवि खराब न हो.

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आदेश में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि आदेश का पालन न करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी अमल में लाई जा सकती है. सिविल जज जूनियर डिविजन मथुरा अर्चना सिंह द्वारा 25 नवंबर को एक बार फिर से पिछले आदेश को कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं. 25 नवंबर को बांके बिहारी मंदिर की प्रशासनिक अधिकारी सिविल जज जूनियर डिविजन मथुरा अर्चना सिंह द्वारा आदेश जारी किए गए हैं कि 16 मार्च 2017 के पिछले आदेश का कड़ाई से पालन कराया जाए, जिससे कि बांके बिहारी मंदिर की छवि खराब न हो और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो.

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Last Updated : Nov 27, 2021, 2:15 PM IST
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