मथुरा: पहली बार श्रद्धालु यमुना में आस्था की डुबकी नहीं लगा पाए. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते वह सभी कार्य जिन में भीड़ एकत्रित होती है प्रतिबंधित है. जिसके चलते पहली बार कान्हा की नगरी मथुरा में यमुना घाटों पर लोग आस्था की डुबकी नहीं लगा पाए. जहां गंगा दशहरा को लेकर हजारों श्रद्धालु सुबह से ही यमुना घाटों पर स्नान करने के लिए पहुंच जाते थे. वहीं उन्हीं घाटों पर पुलिस का पहरा देखने को मिला और सन्नाटा पसरा दिखाई दिया.
देश में लागू लॉकडाउन के कारण धार्मिक कार्यक्रमों के रुकने का क्रम अभी थमा नहीं है. जिसका असर सोमवार को धर्म की नगरी वृंदावन में गंगा दशहरे के पर्व पर यमुना घाटों पर दिखा. जहां यमुना घाटों पर स्नान के लिए भक्तों की भीड़ के बजाय चारों ओर सन्नाटा और पुलिसकर्मी दिखाई दिए. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन को दो महीने से अधिक का समय हो गया है. 1 जून से लॉकडाउन-5 विशेष छूट के साथ शुरू हो गया है, जिसे अनलॉक-1 नाम दिया गया है. लेकिन अनलॉक-1 सही मायने में 8 जून से शुरू होगा. इसी के चलते जहां यमुना घाटों पर स्नान के लिए भक्तों की भीड़ दिखाई देती थी, वहीं आज सन्नाटा पसरा दिखाई दिया. लॉकडाउन का पालन कराने के लिए घाटों पर पुलिस कर्मी दिखाई दिए.
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स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों से अपील की गई थी कि यमुना घाटों पर स्नान करने के लिए कोई भी व्यक्ति न जाए. इसको लेकर घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया.