मथुरा: अभिनेता शाहरुख खान की पठान फिल्म का विरोध (Pathan film protests in Mathura) दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में कान्हा नगरी में साधु संत सामाजिक संगठन और अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने शाहरुख खान की शव यात्रा ( Shahrukh Khan funeral procession) निकालकर फिल्म का विरोध किया. कहा कि फिल्म में भारतीय संस्कृति को नीचा दिखाने का काम किया जा रहा है. भगवा रंग जो कि सनातन धर्म की पहचान है. उसको पहन कर नंगा भद्दा नाच किया गया है.
मथुरा में पिछले कई दिनों से फिल्म पठान का विरोध किया जा रहा है. रविवार को अखिल भारत हिंदू महासभा के कई कार्यकर्ता साधु-संतों ने शहर के होली गेट चौराहे पर अभिनेता की शव यात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही पुतला भी जलाया. इस दौरान राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने कहा कि हम किसी भी सूरत में फिल्म को सिनेमाघरों में नहीं चलने देंगे. भारतीय संस्कृति को बदनाम और भारतीय संस्कृति की पहचान भगवा रंग को पहनकर नंगा नाच किसी भी सूरत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बता दें कि, फिल्म पठान अगले साल 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. इसमें शाहरुख के अपोजिट दीपिका पादुकोण नजर आएंगी. मूवी में जॉन अब्राहम भी अहम रोल में दिखेंगे. पठान का गाना बेशर्म रंग रिलीज होते ही विवाद शुरू हो गया. कई संगठन अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. साथ ही फिल्म को बैन करने की मांग भी लगातार कर रहे हैं.
अलीगढ़ में 'पठान' फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. रविवार को करणी सेना ने शहंशाह तिराहा पर शाहरुख खान की फिल्म का विरोध करते हुए पुतला दहन किया. करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि जिस तरीके से पठान फिल्म के जरिए सनातन धर्म को अपमानित करने का काम शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण द्वारा किया गया है. भगवा रंग को लेकर अश्लीलता परोसी गई है. जो की गलत है. इसे किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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