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स्वतंत्रता दिवस पर शहीदों के परिजनों का अपमान, वीर नारियों का हंगामा

मथुरा के डैंपियर नगर स्थित राजकीय संग्रहालय में शहीदों के परिजनों को धूप में बैठाकर उनके साथ भेदभाव किया गया. आरोप है कि शहीदों के कुछ परिजनों को सम्मानित किया गया और कुछ को सम्मानित नहीं किया गया.

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मथुरा के डैंपियर नगर स्थित राजकीय संग्रहालय में शहीदों के परिजनों के साथ भेदभाव पर भड़की वीर नारियां
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Published : Aug 15, 2022, 6:34 PM IST

मथुराः 15 अगस्त 2022 को भारत अपनी आजादी का 75वीं वर्षगांठ मना रहा है. इसी को लेकर जनपद के डैंपियर नगर स्थित राजकीय संग्रहालय में शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. आरोप है कि इसमें शहीदों के परिजनों को भेदभाव के साथ सम्मानित किया जा रहा था. कार्यक्रम में हो रही इस खानापूर्ति शहीदों के परिजनों पसंद नहीं आई. कड़ी धूप में शहीदों के परिजनों को घंटों बैठाकर रखा गया था. इससे नाराज परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. डीएम नवनीत सिंह चहल, सीडीओ नितिन गौड़, सिटी मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे एवं भाजपा के जिला अध्यक्ष मधु शर्मा ने शहीदों के परिजनों को मनाया.

सेना मेडल से सम्मानित शहीद बबलू सिंह के भाई सतीश सिंह ने बताया कि सोमवार को यहां पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम रखा गया था. इसमें जिला अधिकारी के यहां से निमंत्रण पत्र द्वारा शहीदों के परिजनों को बुलाया गया था. इस कार्यक्रम में वीर नारियां आई हुई थी. लेकिन यहां पर किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं थी. सभी परिजनों को धूप में बैठने के लिए मजबूर कर दिया गया. वहीं, जब मंत्रीजी के द्वारा सम्मानित किया जा रहा था तब भी केवल औपचारिकता निभाई जा रही थी. सभी शहीदों के परिवारों को सम्मानित भी नहीं किया गया. यहां पर पानी से लेकर बैठने तक की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. इसी के चलते शहीदों के परिजनों में रोष व्याप्त है .परिजनों का कहना है कि जब इसी तरह से सम्मानित करना था तो आखिर बुलाया क्यों गया. जब शासन और प्रशासन के पास व्यवस्थाएं नहीं हैं तो ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन क्यों किया गया?

मथुरा में शहीदों के परिजनों का अपमान देखें वीडियो
शहीद की पत्नी सुधा ने बताया कि हमें यहां पर जिला अधिकारी के द्वारा निमंत्रण पत्र भेजा गया था. इस कार्यक्रम के लिए और कहा गया था कि यहां सभी वीर नारियों को सम्मानित किया जाएगा लेकिन यहां पर भेदभाव कर समान रूप से सभी वीर नारियों को सम्मानित भी नहीं किया गया. किसी को कुछ भी नहीं दिया गया तो किसी को बहुत कुछ दिया गया. सुधा ने कहा कि जब हमने इस संबंध में जिला अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो वह वहां से चले गए.


यह भी पढ़ें-पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य तय किया

इस बारे में भाजपा जिला अध्यक्ष मधु शर्मा ने बताया कि मुझे जानकारी हुई है कि जो यहां पर शहीद परिवारों की बहने और उनके बेटे हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर कुछ कमी कुछ अव्यवस्था रही है. उन्होंने कहा कि मैं जिलाधिकारी से इस संबंध में बात करूंगी कि आखिर ऐसा किस वजह से हुआ जबकि हमारी सरकार प्रधानमंत्रीजी व मुख्यमंत्रीजी के नेतृत्व में शहीदों के सम्मान के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. ये शहीदों का सम्मान और आजादी का अमृत महोत्सव (azadi ka amrit mahotsav) है. जो भी कमी रह गई है, उसके लिए मैं माफी मांगती हूं.

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मथुराः 15 अगस्त 2022 को भारत अपनी आजादी का 75वीं वर्षगांठ मना रहा है. इसी को लेकर जनपद के डैंपियर नगर स्थित राजकीय संग्रहालय में शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. आरोप है कि इसमें शहीदों के परिजनों को भेदभाव के साथ सम्मानित किया जा रहा था. कार्यक्रम में हो रही इस खानापूर्ति शहीदों के परिजनों पसंद नहीं आई. कड़ी धूप में शहीदों के परिजनों को घंटों बैठाकर रखा गया था. इससे नाराज परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. डीएम नवनीत सिंह चहल, सीडीओ नितिन गौड़, सिटी मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे एवं भाजपा के जिला अध्यक्ष मधु शर्मा ने शहीदों के परिजनों को मनाया.

सेना मेडल से सम्मानित शहीद बबलू सिंह के भाई सतीश सिंह ने बताया कि सोमवार को यहां पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम रखा गया था. इसमें जिला अधिकारी के यहां से निमंत्रण पत्र द्वारा शहीदों के परिजनों को बुलाया गया था. इस कार्यक्रम में वीर नारियां आई हुई थी. लेकिन यहां पर किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं थी. सभी परिजनों को धूप में बैठने के लिए मजबूर कर दिया गया. वहीं, जब मंत्रीजी के द्वारा सम्मानित किया जा रहा था तब भी केवल औपचारिकता निभाई जा रही थी. सभी शहीदों के परिवारों को सम्मानित भी नहीं किया गया. यहां पर पानी से लेकर बैठने तक की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. इसी के चलते शहीदों के परिजनों में रोष व्याप्त है .परिजनों का कहना है कि जब इसी तरह से सम्मानित करना था तो आखिर बुलाया क्यों गया. जब शासन और प्रशासन के पास व्यवस्थाएं नहीं हैं तो ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन क्यों किया गया?

मथुरा में शहीदों के परिजनों का अपमान देखें वीडियो
शहीद की पत्नी सुधा ने बताया कि हमें यहां पर जिला अधिकारी के द्वारा निमंत्रण पत्र भेजा गया था. इस कार्यक्रम के लिए और कहा गया था कि यहां सभी वीर नारियों को सम्मानित किया जाएगा लेकिन यहां पर भेदभाव कर समान रूप से सभी वीर नारियों को सम्मानित भी नहीं किया गया. किसी को कुछ भी नहीं दिया गया तो किसी को बहुत कुछ दिया गया. सुधा ने कहा कि जब हमने इस संबंध में जिला अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो वह वहां से चले गए.


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इस बारे में भाजपा जिला अध्यक्ष मधु शर्मा ने बताया कि मुझे जानकारी हुई है कि जो यहां पर शहीद परिवारों की बहने और उनके बेटे हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर कुछ कमी कुछ अव्यवस्था रही है. उन्होंने कहा कि मैं जिलाधिकारी से इस संबंध में बात करूंगी कि आखिर ऐसा किस वजह से हुआ जबकि हमारी सरकार प्रधानमंत्रीजी व मुख्यमंत्रीजी के नेतृत्व में शहीदों के सम्मान के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. ये शहीदों का सम्मान और आजादी का अमृत महोत्सव (azadi ka amrit mahotsav) है. जो भी कमी रह गई है, उसके लिए मैं माफी मांगती हूं.

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