मथुरा: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने वृंदावन स्थित टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर पर विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित किया. उन्होंने बैठक में कहा कि जल का संचय और वृक्षारोपण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि मथुरा वृंदावन का प्राचीन स्वरूप वापस लौटे और यहां जल ज्यादा से ज्यादा मात्रा में संचय हो.
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जिला अधिकारी को मॉनिटरिंग करने का दिया निर्देश
उन्होंने कहा कि इसके लिए व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. साथ ही वृक्षारोपण के कार्य भी तीव्र गति से किए जाएं. उन्होंने कहा कि जिले में 31 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य आरक्षित किया गया है. इसी के साथ यमुना के दोनों किनारों पर भी फलदार पौधे लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्री ने कहा कि सभी विकास कार्य प्राथमिकता के आधार पर तीव्र गति से हों, इसके लिए जिला अधिकारी को मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिया है.
ऊर्जा मंत्री ने दी जानकारी
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि बरसात से पहले जल का संचय और वृक्षारोपण ठीक से हो इसकी चिंता मुख्यमंत्री ने की है. इसीलिए यहां सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की गई है. प्रयास है कि ब्रज का पुरातन स्वरूप वापस आ जाए.
'हरा भरा रहे ब्रज'
उन्होंने कहा कि 31 लाख पौधों का लक्ष्य केवल मथुरा के लिए है. सभी डिपार्टमेंट अपनी-अपनी जो जिम्मेदारी है उसको ठीक से निभाएं. वन विभाग इसके लिए नोडल है. हमने जिला अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह सभी चीजों की मॉनिटरिंग करें, जिससे कि जितने भी पौधे लगें वह बचे रहें. पौधे लगाना और उसका संरक्षण यह दोनों चीजें साथ-साथ रहें.
'बंदरों को भी मिलेगा रहने के लिए स्थान'
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि यमुना के दोनों किनारों पर फलदार पौधे लगेंगे. वृंदावन में जो बंदर हैं, हम उनको स्थान देंगे. फलदार पौधे होंगे तो निश्चित रूप से उनको स्थान मिलेगा. धीरे-धीरे उनको अपना पुराना स्थान मिलेगा. वह जंगलों में रहते थे तो वहां प्रस्थान करेंगे. कोशिश यही है कि जिस तरह से यमुना शुद्धिकरण को लेकर हम लोग काम कर रहे हैं, आने वाले समय में यमुना के दोनों किनारों पर भी फलदार पौधे लगाए जाएंगे.