मथुराः कोरोना वायरस संक्रमण के चलते सरकार द्वारा कठोर कदम उठाते हुए देश में संपूर्ण लॉकडाउन कर दिया था. ऐसे में गरीब असहाय मजदूर वर्ग के लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया था. अब अनलॉक में धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर आती दिखाई दे रही है, लेकिन अभी भी गरीब असहाय मजदूर वर्ग के लोग दो वक्त की रोटी के लिए जद्दोजहद में जुटे हुए हैं. वहीं श्रम विभाग मथुरा में श्रमिकों ने श्रम कर्मचारियों के द्वारा शोषण करने तथा अवैध रूप से वसूली करने का आरोप लगाया है. वहीं श्रम आयुक्त श्रम कर्मचारियों के बचाव में नजर आते दिखाई दिए.
दरअसल, मथुरा जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत श्रम विभाग कार्यालय पर श्रमिकों से पंजीयन के लिए निश्चित शुल्क से अधिक शुल्क वसूला जा रहा है. इसके चलते श्रमिक खासा परेशान हैं. जब इस संबंध में श्रम आयुक्त से बात की गई तो जानकारी देते हुए श्रम आयुक्त प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि जो हमारे यहां पंजीयन होता है. वह पंजीयन 1 वर्ष से निर्माण कार्य से संबंधित है. 40 रुपये उसका शुल्क लगता है, जहां तक दूसरी बात है कि अगर किसी से ज्यादा पैसे मांगे गए होंगे तो जांच की जाएगी.
उन्होंने बताया कि अगर किसी श्रमिक का पंजीयन पुराना हो गया और उसने नवीनीकृत नहीं कराया था तो व्यवस्था है कि 3 वर्ष 4 माह तक का पुराना पंजीयन नवीनीकृत हो सकता है. इसमें प्रतिमाह 5 रुपये पेनल्टी की दर से जमा होता है. ऐसा भी संभव है कि किसी श्रमिक से नवीनीकरण के लिए जो सिर्फ 20 रुपये में होता है, उसमें 60 रुपये मांगे जा रहे हों.