ETV Bharat / state

इस शिव मंदिर में पुजारी के साथ कुत्ते भी करते हैं आराधना, देखिए VIDEO - dogs prayers lord shiva in mathura

मथुरा में एक ऐसा अनोखा मंदिर जहां महिला पुजारी के साथ कुत्ते भी भगवान शिव की आराधना करते नजर आते हैं. इस मंदिर में कोई श्रद्धालु नहीं आता, लेकिन ये बेजुबान जानवर जरूर पहुंचते हैं.

शिव मंदिर में पुजारी के साथ कुत्ते भी करते हैं आराधना
author img

By

Published : Jun 8, 2021, 2:24 PM IST

Updated : Jun 8, 2021, 4:57 PM IST

मथुराः यमुना के ध्रुव घाट के पास बना भगवान शिव का मंदिर काफी पुराना है. 30 सालों से यहां प्रतिदिन एक महिला पुजारी पूजा-अर्चना के लिए आती हैं. मंदिर की खासियत ये है कि इस दौरान उनके साथ पूजा-अर्चना के लिए इंसान नहीं बल्कि इलाके के कई कुत्ते होते हैं. महिला पुजारी जैसे ही मंदिर के घंटों के साथ महादेव की आराधना करती हैं. ठीक उसी समय ये कुत्ते भी हु हु हु की आवाज के साथ शिवभक्ति में लीन हो जाते हैं. उनकी शिवभक्ति तबतक चलती है, जबतक मंदिरों के घंटों की आवाज खामोश नहीं हो जाती.

प्राचीन मंदिर में अनोखे पुजारी

यमुना नदी के किनारे ध्रुव घाट पर बने प्राचीन शिव मंदिर का निर्माण समाजसेवी स्वर्गीय हरिदास अग्रवाल की पुत्र वधु ने कराया था. मंदिर में कोई भी श्रद्धालु पूजा करने के लिए नहीं पहुंचता लेकिन सुबह और शाम आरती के समय आसपास के कुत्ते एकजुट होकर भोलेनाथ की पूजा करने के लिए जरूर पहुंचते हैं. ये परंपरा पिछले 30 सालों से चली आ रही है.

पुजारी के साथ कुत्ते भी करते हैं आराधना

पुजारी के साथ कुत्ते भी कर आते हैं पूजा

स्थानीय निवासी सुरेश चंद ने बताया इस मंदिर में सुबह 8:00 बजे और शाम को 6:30 बजे पंडितानी पहुंचती हैं. जैसे ही उनकी पूजा शुरू होती है, घंटों की आवाज सुनते ही आसपास के कुत्ते भी मंदिर परिसर में पहुंच जाते हैं. पिछले कई सालों से ऐसी परंपरा चली आ रही है.

कुत्ते भी करते हैं आराधना
कुत्ते भी करते हैं आराधना

महिला पुजारी शीला देवी मिश्रा बताती हैं कि पिछले 30 सालों से वो मंदिर में पूजा के लिए आती हैं. जैसे ही वह मंदिर में घंटा बजाती हैं, वैसे ही कई कुत्ते वहां आकर हु हु हु की आवाज निकालने लगते हैं. वह बताती हैं कि इस मंदिर में ज्यादा लोग तो नहीं आते लेकिन ये जानवर यहां नियमित रूप से आते हैं.

शिव मंदिर
शिव मंदिर

मथुराः यमुना के ध्रुव घाट के पास बना भगवान शिव का मंदिर काफी पुराना है. 30 सालों से यहां प्रतिदिन एक महिला पुजारी पूजा-अर्चना के लिए आती हैं. मंदिर की खासियत ये है कि इस दौरान उनके साथ पूजा-अर्चना के लिए इंसान नहीं बल्कि इलाके के कई कुत्ते होते हैं. महिला पुजारी जैसे ही मंदिर के घंटों के साथ महादेव की आराधना करती हैं. ठीक उसी समय ये कुत्ते भी हु हु हु की आवाज के साथ शिवभक्ति में लीन हो जाते हैं. उनकी शिवभक्ति तबतक चलती है, जबतक मंदिरों के घंटों की आवाज खामोश नहीं हो जाती.

प्राचीन मंदिर में अनोखे पुजारी

यमुना नदी के किनारे ध्रुव घाट पर बने प्राचीन शिव मंदिर का निर्माण समाजसेवी स्वर्गीय हरिदास अग्रवाल की पुत्र वधु ने कराया था. मंदिर में कोई भी श्रद्धालु पूजा करने के लिए नहीं पहुंचता लेकिन सुबह और शाम आरती के समय आसपास के कुत्ते एकजुट होकर भोलेनाथ की पूजा करने के लिए जरूर पहुंचते हैं. ये परंपरा पिछले 30 सालों से चली आ रही है.

पुजारी के साथ कुत्ते भी करते हैं आराधना

पुजारी के साथ कुत्ते भी कर आते हैं पूजा

स्थानीय निवासी सुरेश चंद ने बताया इस मंदिर में सुबह 8:00 बजे और शाम को 6:30 बजे पंडितानी पहुंचती हैं. जैसे ही उनकी पूजा शुरू होती है, घंटों की आवाज सुनते ही आसपास के कुत्ते भी मंदिर परिसर में पहुंच जाते हैं. पिछले कई सालों से ऐसी परंपरा चली आ रही है.

कुत्ते भी करते हैं आराधना
कुत्ते भी करते हैं आराधना

महिला पुजारी शीला देवी मिश्रा बताती हैं कि पिछले 30 सालों से वो मंदिर में पूजा के लिए आती हैं. जैसे ही वह मंदिर में घंटा बजाती हैं, वैसे ही कई कुत्ते वहां आकर हु हु हु की आवाज निकालने लगते हैं. वह बताती हैं कि इस मंदिर में ज्यादा लोग तो नहीं आते लेकिन ये जानवर यहां नियमित रूप से आते हैं.

शिव मंदिर
शिव मंदिर
Last Updated : Jun 8, 2021, 4:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.