मथुराः श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास द्वारा दाखिल प्रार्थना पत्र मामले में सोमवार को एक प्रार्थना पत्र लगाया गया, जिसमें उन्होंने दावे को दोहराते हुए श्री कृष्ण जन्मस्थान का सर्वे कराने की मांग की. साथ ही उनके द्वारा कहा गया कि 1 जून से अदालत का अवकाश हो जाएगा और प्रतिवादी साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर सकते हैं, जिसके चलते अदालत मामले में जल्द सुनवाई कर निर्णय ले. उनका कहना है कि मुस्लिम समाज को भय लग रहा है कि अब मस्जिद उनके हाथ से जा रही है, जिसके चलते न्यायालय के अवकाश के दौरान व साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास करेंगे. न्यायालय ने सभी प्रकरणों में 1 जुलाई की तारीख सुनवाई के लिए तय की है.
धर्म रक्षा संघ के अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने बताया कि उनका जो केस चल रहा है वह सब आप जानते हैं. मथुरा जन्मभूमि के मामले में सबसे पहला केस उन लोगों की तरफ से ही किया गया है. अब परिस्थितियों को देखते हुए उन्हें अंदाजा हो रहा है कि मुस्लिम समाज कोर्ट बंदी के दौरान शाही ईदगाह मस्जिद की यथास्थिति में कोई न कोई छेड़छाड़ अवश्य करेगा, क्योंकि इस प्रकार के कई मैसेज वायरल हो रहे हैं. इन लोगों हिंदू चिन्हों को मिटाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आज कोर्ट से फिर निवेदन किया गया है. अब इस मामले में 1 महीने का समय बिल्कुल न दिया जाए और तुरंत आदेश दिया जाए. ताकि वहां सर्वेक्षण हो और वीडियोग्राफी हो. जिससे कि सारा सत्य सामने आए और उस क्षेत्र में कोई छेड़छाड़ न कर सके.
धर्म रक्षा संघ के अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा कि मुस्लिम समाज इस समय बहुत भयभीत है और वह जानते हैं कि मस्जिद उनके हाथ से जाने वाली है. सारे साक्ष्य जिस प्रकार ज्ञानवापी में हिंदुओं के पक्ष में मिले हैं. ऐसे ही सारे साक्ष्य मथुरा वाले ईदगाह मामले में भी हिंदू समाज के पक्ष में मिलेंगे. इसलिए वह नहीं चाहते कि इसमें अभी कोई भी सर्वेक्षण हो और 1 महीने के दौरान हो सकता है.
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