मथुरा: कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष कई बड़े कार्यक्रमों में बाधा पहुंची है. दरअसल रोजाना ही कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ रही है, जिसको देखते हुए श्रीकृष्ण जन्म स्थान पर 11 से 13 अगस्त तक श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है. श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर किसी भी श्रद्धालु के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. श्री कृष्ण जन्मोत्सव मंदिर परिसर के अंदर ही होगा. वहीं नई जारी व्यवस्था के तहत इस बार ऑनलाइन माध्यम से भक्त श्रीकृष्ण जन्मोत्सव देख सकेंगे. इसके साथ ही वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर भी 30 सितंबर तक श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया है. भगवान श्री कृष्ण का 5248वां जन्मोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मंदिर परिसर में मनाया जाएगा.
ऑनलाइन दर्शन पा सकेंगे भक्त
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर पर जन्मोत्सव कार्यक्रम में श्रद्धालु शामिल नहीं होंगे. हर साल जन्माष्टमी के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु दूरदराज से श्रीकृष्ण का दर्शन करने के लिए मथुरा पहुंचते थे, लेकिन इस बार जन्माष्टमी कार्यक्रम मंदिर परिसर के अंदर ही होंगे और कोई भी बाहरी श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा. श्रद्धालुओं के लिए इस बार टीवी के माध्यम से दर्शन की व्यवस्था की गई है.
जन्मस्थान सचिव ने दी जानकारी
श्रीकृष्ण जन्म संस्थान समिति सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते इस बार श्रद्धालु जन्माष्टमी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. मंदिर परिसर के अंदर भागवत भवन में जन्मोत्सव कार्यक्रम हर साल की भांति होंगे. इस बार श्रद्धालु टीवी के माध्यम से जन्मोत्सव कार्यक्रम के दर्शन करेंगे. 11 से 13 अगस्त तक श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रवेश की अनुमति पर रोक लगाई गई है.
भागवत भवन में होगा जन्माष्टमी कार्यक्रम
जन्म संस्थान समिति सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि मंदिर परिसर के भागवत भवन में जन्माष्टमी कार्यक्रम होंगे. मंदिर के सेवायत 12 अगस्त की सुबह ढोल-नगाड़े, भजन कीर्तन करेंगे. रजत कमल पुष्प में विराजमान होकर ठाकुर जी का प्रकट उत्सव और महाअभिषेक होगा. सोने-चांदी की कामधेनु गो प्रतिमा द्वारा ठाकुर जी का दुग्ध अभिषेक किया जाएगा. 12 अगस्त की मध्य रात्रि को ठाकुर जी का प्रकट उत्सव मनाया जाएगा.