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Hariyali Teej 2023: स्वर्ण-रजत जड़ित हिंडोले में विराजमान होकर बांके बिहारी ने दिए दर्शन, लाखों श्रद्धालु वृंदावन पहुंचे - बांके बिहारी दर्शन समय

मथुरा के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में हरियाली तीज पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बांके बिहारी के दर्शन करने पहुंचे. सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.

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Published : Aug 19, 2023, 5:09 PM IST

Updated : Aug 19, 2023, 5:35 PM IST

बांके बिहारी मंदिर में दर्शन को उमड़े श्रद्धालु.

मथुरा: ब्रज में हरियाली तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालु सुबह से ही बांके बिहारी मंदिर में सोने चांदी से जड़ित हिंडोले में विराजमान ठाकुर जी के दर्शन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. वहीं, श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने बांके बिहारी के दर्शन की सीमा अवधि बढ़ा दी है.

चार घंटे दर्शन का समय बढ़ाया: बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए 4 घंटे अतिरिक्त दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है. क्योंकि हरियाली तीज पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. सुबह 7:45 बजे बांके बिहारी के दर्शन के लिए पट खोल दिए गए थे. इस बार श्रद्धालु शाम 5:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक श्रद्धालु बांके बिहारी जी के दर्शन कर सकेंगे. हरियाली तीज पर ठाकुर जी विशेष पोशाक धारण कर सोने चांदी से जड़ित हिंडोले पर बैठकर श्रद्धालुओं को दिया.

मथुरा में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
मथुरा में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम: तीज के पर्व पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का वृंदावन में आगमन हो रहा है. जिस कारण जिला प्रशासन ने सुरक्षा के बेहद खास इंतजाम किए है. वृंदावन परिसर में 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. वहीं दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी चप्पे चप्पे पर तैनात किए गए हैं. बांके बिहारी मंदिर में जिला प्रशासन ने मंदिर परिसर के अंदर 150 पुलिसकर्मी अतिरिक्त तैनात की गए हैं, जोकि भीड़ को नियंत्रित करेंगे. इसी के साथ मंदिर परिसर के अंदर ही 20 एग्जॉस्ट फैन भी लगाए गए है. ताकि सफोकेशन की दिक्कत मंदिर परिसर में ना हो.

वन वे प्रवेश और निकासी द्वार बनाए गएः हरियाली तीज पर गाजियाबाद से आए श्रद्धालु ने बताया कि बांके बिहारी जी के दर्शन पाकर मन में शांति मिलती है. परिवार के साथ ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं. मथुरा-वृंदावन आकर बहुत अच्छा लगता है. पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि हरियाली तीज पर दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन को लेकर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो उसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल के साथ सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. बैरिकेडिंग लगाकर मंदिर के पास वन वे प्रवेश और निकासी द्वार बनाए गए हैं. क्योंकि हरियाली तीज पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. जिले के प्रमुख मंदिर बरसाना राधा रानी, श्री कृष्ण जन्म स्थान और वृंदावन प्रेम मंदिर के पास भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.


सोने चांदी का हिंडोला: गौरतलब है कि हर साल हरियाली तीज पर मंदिर परिसर में ठाकुर जी को विशेष सोने और चांदी से जड़ित हिडोले पर विराजमान कराया जाता है. जिसके बाद श्रद्धालु बांके बिहारी जी के दर्शन करते हैं. बता दें कि हिंडोले को बनाने के लिए उत्तराखंड के टनकपुर जिले से कई कुंतल लकड़ियां लाई गई. इसके बाद उन्हें सूखा कर 20 किलो सोना और 100 किलो चांदी से हिंडोले को बनाया गया. इस अद्भुत हिंडोले को बनाने में बनारस के कुशल कारीगलों ने 5 सालों तक काम किया. फिर 15 अगस्त 1947 को सर्व प्रथम सोने चांदी के हिंडोले में बांके बिहारी जी विराजमान हुए थे.

यह भी पढ़ें: Hariyali Teej 2023: स्वर्ण-रजित हिंडोले में विराजेंगे बांके बिहारी, 5 साल में 20 किलो और एक कुंतल से हुआ था तैयार

यह भी पढ़ें: हरियाली तीज पर जानिए क्यों ट्रेंड हो रहा है 'मेंहदी जिहाद', किसने की शुरुआत?

बांके बिहारी मंदिर में दर्शन को उमड़े श्रद्धालु.

मथुरा: ब्रज में हरियाली तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालु सुबह से ही बांके बिहारी मंदिर में सोने चांदी से जड़ित हिंडोले में विराजमान ठाकुर जी के दर्शन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. वहीं, श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने बांके बिहारी के दर्शन की सीमा अवधि बढ़ा दी है.

चार घंटे दर्शन का समय बढ़ाया: बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए 4 घंटे अतिरिक्त दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है. क्योंकि हरियाली तीज पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. सुबह 7:45 बजे बांके बिहारी के दर्शन के लिए पट खोल दिए गए थे. इस बार श्रद्धालु शाम 5:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक श्रद्धालु बांके बिहारी जी के दर्शन कर सकेंगे. हरियाली तीज पर ठाकुर जी विशेष पोशाक धारण कर सोने चांदी से जड़ित हिंडोले पर बैठकर श्रद्धालुओं को दिया.

मथुरा में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
मथुरा में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम: तीज के पर्व पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का वृंदावन में आगमन हो रहा है. जिस कारण जिला प्रशासन ने सुरक्षा के बेहद खास इंतजाम किए है. वृंदावन परिसर में 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. वहीं दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी चप्पे चप्पे पर तैनात किए गए हैं. बांके बिहारी मंदिर में जिला प्रशासन ने मंदिर परिसर के अंदर 150 पुलिसकर्मी अतिरिक्त तैनात की गए हैं, जोकि भीड़ को नियंत्रित करेंगे. इसी के साथ मंदिर परिसर के अंदर ही 20 एग्जॉस्ट फैन भी लगाए गए है. ताकि सफोकेशन की दिक्कत मंदिर परिसर में ना हो.

वन वे प्रवेश और निकासी द्वार बनाए गएः हरियाली तीज पर गाजियाबाद से आए श्रद्धालु ने बताया कि बांके बिहारी जी के दर्शन पाकर मन में शांति मिलती है. परिवार के साथ ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं. मथुरा-वृंदावन आकर बहुत अच्छा लगता है. पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि हरियाली तीज पर दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन को लेकर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो उसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल के साथ सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. बैरिकेडिंग लगाकर मंदिर के पास वन वे प्रवेश और निकासी द्वार बनाए गए हैं. क्योंकि हरियाली तीज पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. जिले के प्रमुख मंदिर बरसाना राधा रानी, श्री कृष्ण जन्म स्थान और वृंदावन प्रेम मंदिर के पास भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.


सोने चांदी का हिंडोला: गौरतलब है कि हर साल हरियाली तीज पर मंदिर परिसर में ठाकुर जी को विशेष सोने और चांदी से जड़ित हिडोले पर विराजमान कराया जाता है. जिसके बाद श्रद्धालु बांके बिहारी जी के दर्शन करते हैं. बता दें कि हिंडोले को बनाने के लिए उत्तराखंड के टनकपुर जिले से कई कुंतल लकड़ियां लाई गई. इसके बाद उन्हें सूखा कर 20 किलो सोना और 100 किलो चांदी से हिंडोले को बनाया गया. इस अद्भुत हिंडोले को बनाने में बनारस के कुशल कारीगलों ने 5 सालों तक काम किया. फिर 15 अगस्त 1947 को सर्व प्रथम सोने चांदी के हिंडोले में बांके बिहारी जी विराजमान हुए थे.

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Last Updated : Aug 19, 2023, 5:35 PM IST
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