मथुरा: कांग्रेस के पूर्व विधान मंडल नेता प्रदीप माथुर ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार और उनके मंत्रियों पर सवालिया निशान खड़ा किया. रविवार को अपने आवास पर मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि चिटफंड कंपनी घोटाले करने के लिए नेताओं को योगी सरकार ने संरक्षण दे रखा है. प्रदेश की जनता अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है. प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. सरकार के मंत्री खुलेआम वसूली और कमीशन खोरी कर रहे हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी.
प्रदीप माथुर ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले में विकास कार्य शून्य है क्योंकि यमुना शुद्धिकरण का मुद्दा केवल चुनाव के समय पर ही सरकार उठाती है. पिछले 5 वर्षों में बीजेपी ने यमुना नदी को शुद्ध नहीं किया. कांग्रेस कार्यकाल में जिले में गोकुल बैराज और आगरा दिल्ली राजमार्ग पर आवाजाही के पुल बनाए गए थे. मंदिर मस्जिद मुद्दे को लेकर बीजेपी जिले में लोगों को लड़ाती हैं.
उन्होंने कहा कि हर रोज दो वक्त की रोटी कमाने वाला व्यक्ति अपने काम को देखता है. मंदिर से कोई मतलब नहीं मस्जिद से कोई मतलब नहीं पूजा करने के लिए उसके घर में छोटा सा मंदिर अवश्य है. मथुरा में श्री कृष्ण भगवान का भव्य मंदिर जन्मभूमि बना हुआ है अगर मंदिर बनाना है तो कहीं दूसरे शहर में भी बना सकते हैं. दरअसल प्रदेश और देश में पूंजीपतियों को फायदा देने के लिए केंद्र में मोदी जी और प्रदेश में योगी जी कौड़ियों के दाम देश की चीजों को बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले एलआईसी बेच दी गई फिर बीएसएनएल निगम को बेज दिया. देश के एयरपोर्ट को लीज पर दे दिया. केंद्र में बैठी मोदी सरकार देश में बेचने का काम कर रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2021 के शुरुआती दिनों में बिजली विभाग के प्रोविजन फंड घोटाला में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने बहुत बड़ा रोल निभाया था. उन दिनों कांग्रेस के लोगों ने विधानसभा नहीं चलने दी. लेकिन योगी सरकार ने बिजली विभाग के प्रोविजन फंड घोटाले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की. ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा पूरे 5 साल 18 सौ दिनों में 18 दिन तक जनता की सेवा नहीं किए, उन्होंने केवल अपने एजेंट और भाई भतीजा को कमीशन खोरी के लिए खुलेआम छोड़ रखा है.
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