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इस्कॉन मंदिर में धूमधाम से मनेगी बलराम, श्रीकृष्ण व प्रभुपाद की जयंती - प्रभुपाद जयंती

यूं तो कान्हा की नगरी मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है. देश-विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त अपने नटखट कान्हा के जन्मदिन को मनाने के लिए मथुरा पहुंचते हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर धर्म की वृंदावन में स्थित इस्कॉन मंदिर में 22 अगस्त को बलराम जयंती, 30 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एवं 31 अगस्त को भक्ति वेदांत स्वामी प्रभुपाद की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

इस्कॉन मंदिर में धूमधाम से मनेगी बलराम जयंती.
इस्कॉन मंदिर में धूमधाम से मनेगी बलराम जयंती.
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Published : Aug 20, 2021, 1:28 PM IST

Updated : Aug 20, 2021, 2:18 PM IST

मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन में विदेशी भक्तों द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के साथ-साथ भगवान श्रीकृष्ण के भ्राता बलराम जी की जयंती एवं पूरी दुनिया में श्रीकृष्ण भक्ति का संदेश पहुंचाने वाले भक्ति वेदांत स्वामी प्रभुपाद की 125वीं जयंती विभिन्न कार्यक्रमों के मध्य धूमधाम से मनाई जाएगी.

इस संबंध में जानकारी देते हुए इस्कॉन मंदिर वृंदावन के जनसंपर्क अधिकारी विमल कृष्ण दास ने बताया कि 22 अगस्त को बलराम जयंती, 30 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एवं 31 अगस्त को भक्ति वेदांत स्वामी प्रभुपाद की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही प्रभुपाद की जयंती के उपलक्ष्य में इस्कॉन मंदिर में एक संग्रहालय का उद्घाटन भी किया जाएगा.

जानकारी देते इस्कॉन मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी.

जानकारी देते हुए इस्कॉन मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी विमल कृष्ण दास महाराज ने बताया कि पूरे ब्रज में कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव मनाते हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण उत्सव है और बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन विशेषकर इस्कॉन भक्तों के लिए 31 अगस्त बहुत महत्वपूर्ण तिथि है, क्योंकि पूरी दुनिया को कृष्ण भक्ति का संदेश पहुंचाने वाले प्रभुपाद जो वृंदावन में रहते थे और उनके 125वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में इस्कॉन वृंदावन उनकी जीवनी के ऊपर एक संग्रहालय खोल रहा है, उद्घाटन कर रहा है.

जनसंपर्क अधिकारी विमल कृष्ण दास महाराज ने बताया कि साथ-साथ भारत सरकार भी 1 सितंबर को 125 रुपये का सिक्का निकाल रही है. इसी उपलक्ष्य में हम आपको बताना चाहते हैं कि आप भी विशेष रूप से इसमें भाग लें. पूरी दुनिया में 600 से अधिक इस्कॉन मंदिर हैं. सभी मंदिरों में यह उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. वृंदावन में काफी विदेशी भक्त रहते हैं और वह भी कार्यक्रमों में सहभागिता करेंगे.

मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन में विदेशी भक्तों द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के साथ-साथ भगवान श्रीकृष्ण के भ्राता बलराम जी की जयंती एवं पूरी दुनिया में श्रीकृष्ण भक्ति का संदेश पहुंचाने वाले भक्ति वेदांत स्वामी प्रभुपाद की 125वीं जयंती विभिन्न कार्यक्रमों के मध्य धूमधाम से मनाई जाएगी.

इस संबंध में जानकारी देते हुए इस्कॉन मंदिर वृंदावन के जनसंपर्क अधिकारी विमल कृष्ण दास ने बताया कि 22 अगस्त को बलराम जयंती, 30 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एवं 31 अगस्त को भक्ति वेदांत स्वामी प्रभुपाद की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही प्रभुपाद की जयंती के उपलक्ष्य में इस्कॉन मंदिर में एक संग्रहालय का उद्घाटन भी किया जाएगा.

जानकारी देते इस्कॉन मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी.

जानकारी देते हुए इस्कॉन मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी विमल कृष्ण दास महाराज ने बताया कि पूरे ब्रज में कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव मनाते हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण उत्सव है और बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन विशेषकर इस्कॉन भक्तों के लिए 31 अगस्त बहुत महत्वपूर्ण तिथि है, क्योंकि पूरी दुनिया को कृष्ण भक्ति का संदेश पहुंचाने वाले प्रभुपाद जो वृंदावन में रहते थे और उनके 125वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में इस्कॉन वृंदावन उनकी जीवनी के ऊपर एक संग्रहालय खोल रहा है, उद्घाटन कर रहा है.

जनसंपर्क अधिकारी विमल कृष्ण दास महाराज ने बताया कि साथ-साथ भारत सरकार भी 1 सितंबर को 125 रुपये का सिक्का निकाल रही है. इसी उपलक्ष्य में हम आपको बताना चाहते हैं कि आप भी विशेष रूप से इसमें भाग लें. पूरी दुनिया में 600 से अधिक इस्कॉन मंदिर हैं. सभी मंदिरों में यह उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. वृंदावन में काफी विदेशी भक्त रहते हैं और वह भी कार्यक्रमों में सहभागिता करेंगे.

Last Updated : Aug 20, 2021, 2:18 PM IST
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