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अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में लाखों लोगों ने किया स्नान, मांगा पुत्र प्राप्ति का वरदान

मथुरा में अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को लोगों ने राधा कुंड में स्नान (Bathing in Mathura Radha Kund) किया. पति-पत्नी ने एक साथ स्नान कर पुत्र प्राप्ति का वरदान मांगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 6, 2023, 4:03 PM IST

मथुरा में राधा कुंड में लाखों लोगों ने स्नान किया

मथुरा: गिरिराज जी की नगरी गोवर्धन के राधा कुंड में रविवार को अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को पुत्र प्राप्ति के विशेष स्नान में दूरदराज से आए लाखों लोगों ने शुभ मुहूर्त में राधा कुंड में स्नान किया. स्नान कर पुत्र प्राप्ति का वरदान मांगा. यहां देश ही नहीं विदेश से भी श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते हैं. यह प्रथा द्वापर युग से चली आ रही है.

अहोई अष्टमी स्नान को लेकर राधा कुंड में जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. पूरे परिसर क्षेत्र को तीन सुपर जोन और 9 सेक्टर में बांटा गया था. प्रत्येक जोन की सुरक्षा के लिए क्षेत्राधिकार, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और सिपाही के साथ पीएसी की कंपनी भी तैनात की गई थी. पूरे स्नान क्षेत्र में 1200 से अधिक पुलिस के जवान तैनात किए गए थे.

मथुरामथुरा में अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने के लिए उमड़ी भीड़
मथुरा में अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने के लिए उमड़ी भीड़

द्वापर युग में मथुरा में कंस का अत्याचार प्रजा पर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा था. कंस ने कृष्ण को मारने के लिए अरिस्टासुर राक्षस को भेजा था. राक्षस ने गाय का रूप धारण किया और ग्वाल वालों पर अत्याचार करने लगा. तभी कृष्ण ने अरिस्टासुर राक्षस का वध किया था. राधा ने गाय का वध करते हुए देख लिया और कहा गो हत्या का पाप लगेगा.

गो हत्या की मुक्ति का उपाय कृष्ण ने राधा से पूछा तो राधा ने कहा कि आपको पाप उतारने के लिए सभी तीर्थ में जाकर स्नान करना पड़ेगा. कृष्ण ने अपनी बांसुरी से एक कुंड का निर्माण किया और सभी तीर्थ का आह्वान करते हुए देवी-देवताओं को बुलाया. इस कुंड में सभी नदियों का जल समाहित है. कृष्ण ने कहा कि जो भी इस कुंड में स्नान करेगा, सभी पापों से मुक्ति मिलेगी.

अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने आई श्रद्धालु
अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने आई श्रद्धालु

राधा ने अपने कंगन से एक अन्य कुंड का निर्माण किया. लेकिन, उसे कुंड में जल नहीं आया. राधा उदास हो गई. तभी कृष्ण ने कहा कि जिस कुंड का उन्होंने निर्माण किया है, उस कुंड का जल आपके कुंड में भी पहुंचेगा. राधा कुंड में पति-पत्नी एक साथ स्नान करेंगे तो उनकी सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी और पुत्र रत्न की प्राप्ति होगी. इसलिए इस कुंड को पुत्र प्राप्ति कुंड भी कहा जाता है. यहां अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को स्नान किया जाता है.

महिला श्रद्धालु रेनू ने बताया कि बलरामगढ़ से हम यहां स्नान करने के लिए पहुंचे हैं. परिवार के लोगों ने बताया कि अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को राधा कुंड में स्नान करने से संतान प्राप्ति होती है. हम लोग अभी स्नान करने के लिए पहुंचे हैं. वहीं, महिला श्रद्धालु मोनिका ने कहा कि स्नान करने के लिए अपने पति के साथ यहां आई हैं. स्नान की बहुत पुरानी मान्यता है. परिवार के लोगों के साथ कई बार स्नान करने यहां आए हैं.

यह भी पढ़ें: अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल से दो किलोमीटर पहले बसेगी टेंट सिटी, 15000 लोगों के लिए बनेगी ओपेन किचन

यह भी पढ़ें: अयोध्या में 24 जगह एलईडी से होगा दीपोत्सव का लाइव प्रसारण, रामनगरी में प्रवेश करते ही दिखेंगे भव्य नजारे

मथुरा में राधा कुंड में लाखों लोगों ने स्नान किया

मथुरा: गिरिराज जी की नगरी गोवर्धन के राधा कुंड में रविवार को अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को पुत्र प्राप्ति के विशेष स्नान में दूरदराज से आए लाखों लोगों ने शुभ मुहूर्त में राधा कुंड में स्नान किया. स्नान कर पुत्र प्राप्ति का वरदान मांगा. यहां देश ही नहीं विदेश से भी श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते हैं. यह प्रथा द्वापर युग से चली आ रही है.

अहोई अष्टमी स्नान को लेकर राधा कुंड में जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. पूरे परिसर क्षेत्र को तीन सुपर जोन और 9 सेक्टर में बांटा गया था. प्रत्येक जोन की सुरक्षा के लिए क्षेत्राधिकार, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और सिपाही के साथ पीएसी की कंपनी भी तैनात की गई थी. पूरे स्नान क्षेत्र में 1200 से अधिक पुलिस के जवान तैनात किए गए थे.

मथुरामथुरा में अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने के लिए उमड़ी भीड़
मथुरा में अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने के लिए उमड़ी भीड़

द्वापर युग में मथुरा में कंस का अत्याचार प्रजा पर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा था. कंस ने कृष्ण को मारने के लिए अरिस्टासुर राक्षस को भेजा था. राक्षस ने गाय का रूप धारण किया और ग्वाल वालों पर अत्याचार करने लगा. तभी कृष्ण ने अरिस्टासुर राक्षस का वध किया था. राधा ने गाय का वध करते हुए देख लिया और कहा गो हत्या का पाप लगेगा.

गो हत्या की मुक्ति का उपाय कृष्ण ने राधा से पूछा तो राधा ने कहा कि आपको पाप उतारने के लिए सभी तीर्थ में जाकर स्नान करना पड़ेगा. कृष्ण ने अपनी बांसुरी से एक कुंड का निर्माण किया और सभी तीर्थ का आह्वान करते हुए देवी-देवताओं को बुलाया. इस कुंड में सभी नदियों का जल समाहित है. कृष्ण ने कहा कि जो भी इस कुंड में स्नान करेगा, सभी पापों से मुक्ति मिलेगी.

अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने आई श्रद्धालु
अहोई अष्टमी पर राधा कुंड में स्नान करने आई श्रद्धालु

राधा ने अपने कंगन से एक अन्य कुंड का निर्माण किया. लेकिन, उसे कुंड में जल नहीं आया. राधा उदास हो गई. तभी कृष्ण ने कहा कि जिस कुंड का उन्होंने निर्माण किया है, उस कुंड का जल आपके कुंड में भी पहुंचेगा. राधा कुंड में पति-पत्नी एक साथ स्नान करेंगे तो उनकी सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी और पुत्र रत्न की प्राप्ति होगी. इसलिए इस कुंड को पुत्र प्राप्ति कुंड भी कहा जाता है. यहां अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को स्नान किया जाता है.

महिला श्रद्धालु रेनू ने बताया कि बलरामगढ़ से हम यहां स्नान करने के लिए पहुंचे हैं. परिवार के लोगों ने बताया कि अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि को राधा कुंड में स्नान करने से संतान प्राप्ति होती है. हम लोग अभी स्नान करने के लिए पहुंचे हैं. वहीं, महिला श्रद्धालु मोनिका ने कहा कि स्नान करने के लिए अपने पति के साथ यहां आई हैं. स्नान की बहुत पुरानी मान्यता है. परिवार के लोगों के साथ कई बार स्नान करने यहां आए हैं.

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