मथुराः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को कान्हा की नगरी मथुरा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मिशन 2022 के तहत ओम पैराडाइज होटल में आयोजित कार्यशाला में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जीत के गुर दिए. देर शाम अखिलेश यादव वृंदावन पहुंचे, यहां वे पत्रकारों से रूबरू होते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर कटाक्ष किए. जिसके बाद अखिलेश यादव विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे.
'उद्योगपतियों को कब्जा देना चाहती है सरकार'
छटीकरा रोड स्थित एक गेस्ट हाउस में पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार कृषि को बढ़ाने के बजाय उसपर पूरा कब्जा उद्योगपतियों और बड़े घरानों को देना चाहती है. आगामी विधानसभा चुनावों में गठबंधन पर कहा कि सपा किसी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी. सपा सरकार बनने पर लोगों पर लगे झूठे मुकदमे वापस लिए जाएंगे. उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में आज उद्घाटन का उद्घाटन और शिलान्यास का शिलान्यास करने के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास कोई कार्य नहीं है.
महिला सुरक्षा पर सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि महिलाएं उत्तर प्रदेश में अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि गोशाला निर्माण के नाम पर आज प्रदेश में जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है. कोरोना वैक्सीन के सवाल पर बोले कि केंद्र की मोदी सरकार कोरोना बीमारी से भी लाभ लेना चाहती है. यह सरकार कब गरीबों को मुफ्त वैक्सीन देगी. बंगाल के चुनावों पर बोले की हम चाहते हैं कि बंगाल में दोबारा से ममता बनर्जी ही मुख्यमंत्री बनें और इसके लिए हर संभव सहयोग करेंगे. इसके बाद उन्होंने बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना की.
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बता दें कि अखिलेश यादव इस समय अपने हर दौरे पर वहां की मंदिरों में मत्था टेक रहे हैं, जबकि मजार और दरगाह से बचते नजर आ रह हैं. बीते दिनों मिर्जापुर पहुंचे अखिलेश यादव विंध्याचल में स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर के दर्शन किए. लेकिन वह कंतित शरीफ के नाम से प्रसिद्ध मुसलमानों के हजरत ख्वाजा इस्माइल चिश्ती की दरगाह पर नहीं गए. हालांकि, लोग उनके इंतजार में थे.