मथुराः थाना बलदेव में कुछ दिन पूर्व पुलिस झगड़े की सूचना पर नगला आकोश गांव पहुंची थी. इस दौरान रास्ते में कुछ युवक बैठकर शराब का सेवन कर रहे थे. जब पुलिसकर्मियों ने युवकों को धमकाने का प्रयास किया. इस पर युवकों ने पुलिसकर्मियों पर हमला दिया और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर दी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 युवकों को हिरासत में ले लिया था.
इस बीच 27 वर्षीय पोहप सिंह के भाई को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. परिजनों का आरोप है कि जब युवक थाने से अपने भाई को छुड़ाने के लिए पहुंचा तो पुलिसकर्मियों ने युवक के साथ मारपीट की. जिससे थाने में ही उसकी मौत हो गई. अब परिजन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
परिजनों ने लगाया पुलिस पर जान से मारने का आरोप
परिजनों ने बताया कि दारोगा धर्मेंद्र और एक सिपाही झगड़े की सूचना पर गांव गए थे. इस दौरान रास्ते में बैठकर कुछ युवक शराब का सेवन कर रहे थे. इस दौरान किसी शराबी द्वारा पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज की. साथ ही शराब की बोतल पुलिसकर्मियों के ऊपर मार दी, लेकिन पुलिस ने 7 लोगों को जो निर्दोष हैं, उन्हें हिरासत में ले लिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस युवकों को घर से उठा-उठा कर लाई. साथ ही घर में जमकर तोड़फोड़ की. बाद में 30 मार्च की रात्रि को पुलिस ने फोन किया और पोहप सिंह को थाने बुलाया.
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पुलिस बता रही एक्सीडेंट
परिजनों ने बताया कि सात लड़कों में से जो तीन लड़के थे. उन्हें पुलिस द्वारा गंभीर धाराएं लगाकर जेल भेज दिया था. पोहप सिंह से पुलिस ने फोन कर कहा कि तुम थाने आ जाओ और अपने भाई को ले जाओ. युवक अपने भाई को लेने के लिए थाने पहुंचा. थाने पहुंचते ही पुलिसकर्मियों द्वारा उसके साथ जमकर मारपीट की गई. युवक की मौत के बाद एक्सीडेंट बताकर पुलिस लावारिस अवस्था में पोस्टमार्टम हाउस पर युवक के शव को छोड़कर चली गई.