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शिक्षक भर्ती घोटाले में निलंबित 13 प्रधानाध्यापकों को किया गया बहाल, जानें क्या रखी गईं शर्तें - mathura latest news

मथुरा में शिक्षक भर्ती घोटाले में निलंबित 13 प्रधान अध्यापकों को एफिडेविट लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बहाल कर दिया है.

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शिक्षक भर्ती घोटाला
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Published : Mar 31, 2022, 8:57 PM IST

मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले में करीब साढ़े 3 वर्ष पूर्व निलंबित किए गए 13 प्रधान अध्यापकों को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बहाल कर दिया है जबकि निलंबित 73 प्रधानाध्यापकों को पहले ही बहाल किया जा चुका था. बताया जाता है कि इन प्रधान अध्यापकों पर गणित, विज्ञान शिक्षक भर्ती के अंतर्गत फर्जी शिक्षकों को अपने विद्यालयों में नियुक्ति दिलाने का आरोप था. इसे लेकर इन्हें निलंबित किया गया था.

शिक्षक भर्ती घोटाला

इस दौरान बीएसए राजेश कुमार ने बताया कि 86 शिक्षकों में से 13 ऐसे शिक्षक थे जिनके मूल रिकॉर्ड पुलिस विभाग के पास जमा थे. इसके चलते उनका निस्तारण नहीं हो पा रहा था. अब उनके द्वारा पुलिस विभाग से शिक्षकों का रिकॉर्ड मांग गया ताकि इनके मामलों का निस्तारण हो सके. साथ ही शासन के आदेश का अनुपालन भी किया जा सके. वहीं, पुलिस का कहना है कि न्यायालय में मामला चलने के कारण मूल दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जा सकते.

यह भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब BSP ने शुरू किया मंथन, तीन दिग्गज पार्टी से बाहर

वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन शिक्षकों को फिलहाल एफिडेविट लेकर बहाल कर दिया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि उनके मूल दस्तावेजों में यदि कोई कमी पाई गई तो इनका बहालीकरण स्वतः निरस्त हो जाएगा.

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मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले में करीब साढ़े 3 वर्ष पूर्व निलंबित किए गए 13 प्रधान अध्यापकों को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बहाल कर दिया है जबकि निलंबित 73 प्रधानाध्यापकों को पहले ही बहाल किया जा चुका था. बताया जाता है कि इन प्रधान अध्यापकों पर गणित, विज्ञान शिक्षक भर्ती के अंतर्गत फर्जी शिक्षकों को अपने विद्यालयों में नियुक्ति दिलाने का आरोप था. इसे लेकर इन्हें निलंबित किया गया था.

शिक्षक भर्ती घोटाला

इस दौरान बीएसए राजेश कुमार ने बताया कि 86 शिक्षकों में से 13 ऐसे शिक्षक थे जिनके मूल रिकॉर्ड पुलिस विभाग के पास जमा थे. इसके चलते उनका निस्तारण नहीं हो पा रहा था. अब उनके द्वारा पुलिस विभाग से शिक्षकों का रिकॉर्ड मांग गया ताकि इनके मामलों का निस्तारण हो सके. साथ ही शासन के आदेश का अनुपालन भी किया जा सके. वहीं, पुलिस का कहना है कि न्यायालय में मामला चलने के कारण मूल दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जा सकते.

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वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन शिक्षकों को फिलहाल एफिडेविट लेकर बहाल कर दिया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि उनके मूल दस्तावेजों में यदि कोई कमी पाई गई तो इनका बहालीकरण स्वतः निरस्त हो जाएगा.

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