मेरठ : जिले के मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर जोरदार तैयारी की गई है. मेडिकल कैंपस में जहां चार आक्सीजन प्लांट और फिलिंग स्टेशन बनाए जा चुके हैं. वहीं बच्चों के लिए सौ बेड का नया पीडियाट्रिक आइसीयू बना लिया गया है. संक्रमण ज्यादा हुआ तो 750 बेड का अस्पताल कोविड केंद्र बना लिया जाएगा.
तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर की जा रही तैयारी तैयारी मेडिकल कॉलेज में दो आइसीयू बनाए गए हैं, जिसमें ढाई सौ बेड हैं. 68 वेंटिलेटरों को इस्तेमाल किया जा रहा है और 100 से ज्यादा रखे गए हैं. वर्तमान में कोविड अस्पताल 400 बेडों का है, जहां 100 से ज्यादा डाक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाती है. तीसरी लहर से पहले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 2डीजी, मोनोक्लोनल और प्लाज्मा थेरेपी का भी बंदोबस्त किया जा रहा है. 70 बेडों के इमरजेंसी वार्ड को कोरोना मरीजों के लिए ट्रायज एरिया के रूप में उपयोग किया जाएगा.तकरीबन दो करोड़ की लागत से 110 बेडों का पीकू बनाकर तैयार कर लिया गया है. इसमें 20 से ज्यादा वेंटिलेटर और बाइपैप लगाया गया है. ऑक्सीजन को लेकर भी सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई है. पांच टन का फिलिंग सेंटर पहले से लगा था, जबकि छह टन की क्षमता का दूसरा फिलिंग प्लांट सेंटर भी बन चुका है. साथ ही एक हजार सिलेंडर क्षमता के दो आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिससे मेडिकल में भर्ती मरीजों की आवश्यकता से ज्यादा आक्सीजन कैंपस में पैदा होगी. इससे अन्य अस्पतालों को भी सप्लाई दी जा सकती है.
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देश पर पीकू वार्ड बनकर तैयार है. सभी जरूरी उपकरण मंगवा लिए गए हैं. कैंपस में दो आक्सीजन जनरेशन प्लांट और दो फिलिंग प्लांट लगाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्टाफ पूरी तरह वैक्सीन ले चुका है और सभी को प्रशिक्षित भी किया जा चुका है.