मैनपुरी: लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में कई छात्र फंसे हुए थे. ये सभी छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करते हैं. लॉकडाउन के कारण सभी छात्र-छात्राएं अपने घर नहीं जा पा रहे थे और इन्होंने घर वापसी के लिए यूपी सरकार से गुहार लगाई थी. सीएम योगी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रोडवेज बसों का संचालन कराया, जिसके बाद से कई जिलों के छात्र-छात्राओं को उनके घर पहुंचाया जा रहा है.
इसी क्रम में सोमवार को अलग-अलग रोडवेज बसों से 87 छात्रों को कोटा से मैनपुरी जिले लाया गया. इन छात्रों का स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रैपिड टेस्ट किया. हालांकि जांच के दौरान किसी भी छात्र में कोरोना वायरस नहीं मिला है. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 87 छात्रों को होम क्वॉरटाइन के लिए भेज दिया. वहीं प्रशासन इन छात्रों पर जीपीएस के माध्यम से नजर रखी जा रही है.
कोटा में थे फंसे 8 हजार छात्र
उत्तर प्रदेश के लगभग आठ हजार छात्र कोरोना महामारी के चलते राजस्थान के कोटा में फंसे थे. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्रों को वापस बुलाने का निर्णय लिया. इसके लिए उन्होंने 300 बसें कोटा भेजीं और छात्रों को उनके जिले तक छुड़वाया. इसके मद्देनजर जनपद मैनपुरी के सुदती ग्लोबल एकेडमी स्कूल में कोटा से पहुंचे छात्रों के लिए क्वॉरंटाइन हाउस बनाया गया है.
87 छात्रों को किया गया होम क्वारंटाइन
लॉकडाउन-2 के तीसरे दिन भी छात्रों को रोडवेज बसों का पहुंचाने का सिलसिला जारी है, जिसमें अब तक 87 बच्चे मैनपुरी लाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन सभी छात्रों का रैपिड टेस्ट करने के बाद परिजनों के साथ होम क्वॉरंटाइन के लिए भेज दिया है.