मैनपुरी: जनपद में प्रवासी मजदूरों के अधिक संख्या में पहुंचने के कारण कोविड-19 संक्रमित मरीजों में खासा इजाफा हुआ है. इससे प्रशासन के बीच तनाव का माहौल हो गया है. इस दौरान जिला कारागार में जेल डीजी ने औचक निरीक्षण किया. हालांकि जेल में अभी तक कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं पाया गया है.
जेलों में बढ़ाई गई सुविधा
जनपद में प्रवासी कामगारों के पहुंचने से कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसके कारण अधिकारी लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं.
जनपद में मंगलवार को डीजी जेल अजय आनंद ने जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान बताया कि कोविड-19 संकट की घड़ी है. हालांकि उन्होंने कहा कि कारागार में माहवारी का कोई प्रकोप नहीं है. जेल में 450 लोगों के रहने की क्षमता है. इसके सापेक्ष 1300 बंदी यहां हैं लेकिन, फिर भी व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं है. सबसे अच्छी बात यह है कि जेल में कोविड-19 महामारी ने दस्तक नहीं दी है. साथ ही कारागार के अंदर ही मास्क बनाए जा रहे हैं और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
वहीं जिस कारागार में क्षमता से अधिक बंदी हैं, उस जेल के बंदियों की शिफ्टिंग कराने के साथ ही बैरिंग निर्माण भी चल रहा है. यदि चार बैरिंग अतिशीघ्र चालू हो जाती है तो, 200 से 300 की क्षमता बढ़ जाएगी. तीन वर्ष के दौरान यहां पर किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई, न ही कोई वीडियो वायरल हुआ, न ही किसी ने आत्महत्या की और न ही जेलब्रेक हुआ.
वहीं डीजी जेल ने कांग्रेस के आरोप के सवाल पर कहा कि राजनीति पर बात नहीं करूंगा. कोविड-19 के समय में कैदियों से मुलाकात पर उनका कहना था कि जो भी बंदी जेल में हैं, उनकी सुरक्षा की दृष्टि और स्वास्थ्य को लेकर मुलाकात की सुविधाएं बंद कर दी गई है. हालांकि बंदियों से फोन पर बात करने सुविधा दी गई है.