मैनपुरीः पार्टी की निष्क्रियता इस हद तक हावी हो गई कि पूर्व बसपा के जिलाध्यक्ष ने बगावत कर समाजवादी पार्टी के खेमे में पहुंच गए. वहीं बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ पदाधिकारी और कार्यकर्ता बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर एकजुट हुए. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर पूर्व सांसद और मौजूदा वक्त के तीनों विधायकों की मौजूदगी में बसपा जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण की.
बसपा जिलाध्यक्ष ने ग्रहण की सपा की सदस्यता
शहर के आवास विकास कॉलोनी स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पूर्व बसपा जिलाध्यक्ष शुभम सिंह हाथी की सवारी छोड़कर शुक्रवार को साइकिल पर सवार हो गए. इस दौरान उनके साथ सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण की.
बसपा जिलाध्यक्ष ने बताई अपबीती
बसपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि वह लगातार पार्टी का नेतृत्व कर रहे थे लेकिन पार्टी की निष्क्रियता को देखते हुए अंदर से अपने को ठगा सा महसूस कर रहा था. उन्होंने कहा कि कई बार बदलाव की बात करने के बाद भी पार्टी में सुधार नहीं आया. अंत में सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने के बाद सपा की नीतियों के चलते सपा का दामन थमा.
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सपा कार्यालय पर पूर्व सांसद तेज प्रताप, करहल से विधायक सोबरन सिंह, किशनी विधायक बृजेश कठेरिया, सदर विधायक राजकुमार यादव, पार्टी के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव के साथ सांसद के प्रतिनिधि देवेंद्र सिंह यादव साथ ही तमाम पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस मौके पर पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव ने कहा कि मैनपुरी समाजवादी पार्टी का गढ़ है, जिसके चलते ग्रामीण तबके में सर्वाधिक समाजवादी पार्टी के लोगों को वोट मिलता है.