मैनपुरी: जनपद में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना अंतर्गत सूची तो भेजी गई थी, लेकिन 12 हजार लोगों के नाम पते नहीं मिले. इससे कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा सकती है.
जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधिकारी. पूरा मामला मैनपुरी जनपद का है, जहां 2011 में जनगणना की गई थी. आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के उद्देश्य से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सूची बनाई गई थी. इस सूची में 1,10,546 को शामिल कर शासन को भेजा गया था. दोबारा इस सूची का 2018 में अवलोकन किया गया, जिसके उपरांत शासन ने इन सभी को गोल्डन कार्ड जारी करने के लिए पत्राचार किया. 77 हजार लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत गोल्डन कार्ड जारी किए गए. वहीं 12 हजार लोगों के नाम पता ही नहीं मिला, जिससे यह लोग गोल्डन कार्ड से वंचित रह गए हैं.इसे भी पढ़ें:-बस्ती में बक्से से बरामद हुआ शव, पुलिस ने दुर्गंध के शक पर ऐसे किए खुलासाऐसे 12 हजार लोगों के नाम -पते नहीं मिले हैं. आशाएं लगा दी गई हैं और उनकी पुनः सूची भेजी जाएगी, जिससे यह लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले सकें.
-अशोक कुमार पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी