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मैनपुरी: आयुष्मान भारत के 12 हजार गोल्डन कार्ड वापस, नहीं मिला स्थाई पता - आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों के सही पते नहीं मिलने के कारण 12 हजार गोल्डन कार्ड वापस हो गए.

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12 हजार गोल्डन कार्ड वापस.
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Published : Jan 18, 2020, 11:46 AM IST

मैनपुरी: जनपद में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना अंतर्गत सूची तो भेजी गई थी, लेकिन 12 हजार लोगों के नाम पते नहीं मिले. इससे कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा सकती है.

जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधिकारी.
पूरा मामला मैनपुरी जनपद का है, जहां 2011 में जनगणना की गई थी. आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के उद्देश्य से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सूची बनाई गई थी. इस सूची में 1,10,546 को शामिल कर शासन को भेजा गया था. दोबारा इस सूची का 2018 में अवलोकन किया गया, जिसके उपरांत शासन ने इन सभी को गोल्डन कार्ड जारी करने के लिए पत्राचार किया. 77 हजार लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत गोल्डन कार्ड जारी किए गए. वहीं 12 हजार लोगों के नाम पता ही नहीं मिला, जिससे यह लोग गोल्डन कार्ड से वंचित रह गए हैं.इसे भी पढ़ें:-बस्ती में बक्से से बरामद हुआ शव, पुलिस ने दुर्गंध के शक पर ऐसे किए खुलासा

ऐसे 12 हजार लोगों के नाम -पते नहीं मिले हैं. आशाएं लगा दी गई हैं और उनकी पुनः सूची भेजी जाएगी, जिससे यह लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले सकें.
-अशोक कुमार पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

मैनपुरी: जनपद में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना अंतर्गत सूची तो भेजी गई थी, लेकिन 12 हजार लोगों के नाम पते नहीं मिले. इससे कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा सकती है.

जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधिकारी.
पूरा मामला मैनपुरी जनपद का है, जहां 2011 में जनगणना की गई थी. आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के उद्देश्य से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सूची बनाई गई थी. इस सूची में 1,10,546 को शामिल कर शासन को भेजा गया था. दोबारा इस सूची का 2018 में अवलोकन किया गया, जिसके उपरांत शासन ने इन सभी को गोल्डन कार्ड जारी करने के लिए पत्राचार किया. 77 हजार लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत गोल्डन कार्ड जारी किए गए. वहीं 12 हजार लोगों के नाम पता ही नहीं मिला, जिससे यह लोग गोल्डन कार्ड से वंचित रह गए हैं.इसे भी पढ़ें:-बस्ती में बक्से से बरामद हुआ शव, पुलिस ने दुर्गंध के शक पर ऐसे किए खुलासा

ऐसे 12 हजार लोगों के नाम -पते नहीं मिले हैं. आशाएं लगा दी गई हैं और उनकी पुनः सूची भेजी जाएगी, जिससे यह लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले सकें.
-अशोक कुमार पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

Intro:मैनपुरी जनपद में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने के लिए सूची तो भेजी गई थी लेकिन 12 हजार लोगों के नाम पते नहीं मिले


Body:सूबे में योगी सरकार जहां आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत लाभ मिले
पूरा मामला मैनपुरी जनपद का है जहां पर 2011 में जनसंख्या
आंकड़े के दौरान आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के उद्देश्य से जो आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सूची एक लाख दस हजार पाँच छयालीस की शासन को भेजी गई थी जिसमें 2018 में गणना की गई जिसके उपरांत शासन ने इन सभी को गोल्डन कार्ड जारी करने के लिए पत्राचार किया जिसके उपरांत 77 हजार लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत गोल्डन कार्ड जारी किए गए कार्ड धारक को विशेष सुविधा मिलेगी पाँच लाख तक का निशुल्क इलाज होगा वहीं 12 हजार लोगों के नाम पता ही नहीं मिले जिससे यह लोग गोल्डन कार्ड से वंचित रह गए हैं

वहीं ईटीवी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी अशोक कुमार पांडे से बात किया तो उन्होंने कहा कि ऐसे 12 हजार लोगों के नाम पते नहीं मिले हैं आशाएं लगा दी गई हैं और उनकी पुनः सूची भेजी जाएगी जिससे यह लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले सकें

बाइट- अशोक कुमार पांडे मुख्य चिकित्सा अधिकारी मैनपुरी


Conclusion:स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के चलते 12 हजार लोगों के नाम पते नहीं मिले
प्रवीण सक्सेना मैनपुरी 94 5741 2304
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