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महोबा: सामने आई जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही, गेट पर ही महिला ने दिया बच्चे को जन्म - उत्तर प्रदेश समाचार

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में 22 वर्षीय प्रसूता ने जिला अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया. इस पूरी घटना से एक बार फिर जिला अस्पताल सुर्खियों में है. वहीं मीडिया के दखल के बाद अस्पताल प्रशासन ने मां और बच्चे को भर्ती किया.

महोबा जिला अस्पताल.
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Published : Jul 15, 2019, 3:18 PM IST

महोबा: हमेशा सुर्खियों में रहने वाला महोबा जिला अस्पताल आज फिर अपनी लापरवाही के कारण सुर्खियों में है. सोमवार को एक प्रसूता को दर्द के कारण जब जिला अस्पताल लाया गया तो अस्पताल के लापरवाह रवैये के चलते 22 वर्षीय गर्भवती रामदेवी कुशवाहा ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. यह पूरी घटना अस्पताल प्रशासन को शर्मसार करने वाली है.

सीएमएस डॉ. एसके सिंह ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही.


ये है पूरा मामला-

  • मामला महोबा जनपद के जिला अस्पताल का है.
  • यहां श्रीनगर कस्बे से एक प्रसूता को दर्द उठा तो परिजन जिला अस्पताल ले आए.
  • अस्पताल के गेट पर प्रसूता का पति अस्पताल कर्मियों से भर्ती करने के लिए स्ट्रेचर लाने की विनती करता रहा था.
  • अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा उसे स्ट्रेचर नहीं दिया गया.
  • इसके बाद तेज दर्द होने पर परिजनों ने महिला को सड़क पर लिटाया और चादर से घेरकर उसकी डिलीवरी कराई.
  • मीडिया के दखल के बाद स्वास्थ्य महकमा जागा.
  • अस्पताल प्रशासन ने महिला और उसके नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

मामला मीडिया में आने पर पता चला है. जांच कराकर दोषी स्वाथ्यकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी. अभी फिलहाल मां और बच्चे को भर्ती कर लिया गया है. दोनों स्वस्थ्य है.
-डॉ. एसके सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल

महोबा: हमेशा सुर्खियों में रहने वाला महोबा जिला अस्पताल आज फिर अपनी लापरवाही के कारण सुर्खियों में है. सोमवार को एक प्रसूता को दर्द के कारण जब जिला अस्पताल लाया गया तो अस्पताल के लापरवाह रवैये के चलते 22 वर्षीय गर्भवती रामदेवी कुशवाहा ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. यह पूरी घटना अस्पताल प्रशासन को शर्मसार करने वाली है.

सीएमएस डॉ. एसके सिंह ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही.


ये है पूरा मामला-

  • मामला महोबा जनपद के जिला अस्पताल का है.
  • यहां श्रीनगर कस्बे से एक प्रसूता को दर्द उठा तो परिजन जिला अस्पताल ले आए.
  • अस्पताल के गेट पर प्रसूता का पति अस्पताल कर्मियों से भर्ती करने के लिए स्ट्रेचर लाने की विनती करता रहा था.
  • अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा उसे स्ट्रेचर नहीं दिया गया.
  • इसके बाद तेज दर्द होने पर परिजनों ने महिला को सड़क पर लिटाया और चादर से घेरकर उसकी डिलीवरी कराई.
  • मीडिया के दखल के बाद स्वास्थ्य महकमा जागा.
  • अस्पताल प्रशासन ने महिला और उसके नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

मामला मीडिया में आने पर पता चला है. जांच कराकर दोषी स्वाथ्यकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी. अभी फिलहाल मां और बच्चे को भर्ती कर लिया गया है. दोनों स्वस्थ्य है.
-डॉ. एसके सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल

Intro:ANCHOR:- हमेशा सुर्खियों में रहने वाला महोबा जिला अस्पताल आज फिर अपनी लापरवाही के कारण सुर्खियों में है आज एक प्रसूता को दर्द के कारण जब जिला अस्पताल लाया गया तो अस्पताल के लापरवाह रवैये के चलते 22 वर्षीय गर्भवती रामदेवी कुशवाहा ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। पूरी घटना अस्पताल प्रबंधन को शर्मसार करने वाली है दर्द से तडप रही महिला को अस्पताल कर्मियों ने अस्पताल में भर्ती करने की हिमाकत भी नही की। परिजनों राहगीरों ने गर्भवती महिला को अस्पताल के गेट के सामने सड़क पर लिटाया और परिजनों व राहगीरों ने चादर लगाकर घेरकर महिला की डिलेवरी कराई ।

Body:V/O:-1 मामला महोबा जनपद के जिला अस्पताल का है जहाँ श्रीनगर कस्बे से एक प्रसूता को दर्द उठा तो प्रसूता के परिजन उसको जिला अस्पताल एक टेम्पो में लेकर लाये अस्पताल के गेट पर प्रसूता का पति अस्पताल कर्मियों से महिला को भर्ती करने स्ट्रेचर लाने की विनती करता रहा लेकिन अस्पताल में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उसे स्ट्रेचर तो क्या पास आकर देखने तक कि हिमाकत नही की तब प्रसूता के पति सास और राहगीरों द्वारा महिला को सड़क पर लिटाया गया और एक चादर से घेरकर उसकी डिलेवरी करवाई गई तब कही मीडिया के दखल के बाद स्वास्थ्य महकमा जागा और महिला और उसके नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया इस लापरवाही के बाद स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार सीएमएस ने कहा कि मामला मीडिया में आने पर पता चला है जांच कर दोषी स्वाथ्य कर्मियों पर कार्यवाही की जाएगी।

BYTE:-1 जानकी कुशवाहा(प्रसूता का पति)

Conclusion: सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी आज स्वास्थ्य सेवाएं बद से बदतर होती जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर करोड़ो का बजट किस तरह से ठिकाने लगाया जाता है इसका ताजा उदाहरण महोबा में देखने को मिला जहा प्रसूता को न ही एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई न ही समय पर उसको उपचार दिया गया ये उस प्रसूता का भाग्य ही अच्छा है कि उसने सकुशल बच्चे को सड़क पर जन्म दिया और फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित है।

BYTE:- डॉ एस के सिंह(सीएमएस महिला अस्पताल)

तेज प्रताप सिंह
महोबा यूपी
09889466159
06306038548
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