महोबा: जिले के नगर पंचायत ईओ सहित 3 लोगों के खिलाफ एक महिला ने लिफ्ट देने के बहाने गैंगरेप करने का आरोप लगाया है. इस मामले में न्यायालय की ओर से सभी पर गैंगरेप सहित धमकी देने का मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं. दो माह पूर्व घटित इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने पर पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली थी. इसके बाद कोर्ट ने कबरई थाने को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
बता दें कि यह मामला जनपद के कबरई नगर पंचायत से जुड़ा हुआ है. बीती 30 जनवरी का यह मामला बताया जा रहा है. पीड़िता कबरई कस्बे की ही रहने वाली है. उसने बताया कि घटना के दिन वह नगर पंचायत कार्यालय में आधार कार्ड का पता बदलवाने के लिए गई हुई थी और इस दौरान उसने नगर पंचायत के ईओ वेदप्रकाश से मुलाकात की और अपनी समस्या को बताया.
इस पर नगर पंचायत के ईओ ने आधार कार्ड के संसोधन सहित आवास योजना का लाभ दिलाए जाने का आश्वासन दिया. इसके बाद पीड़िता नगर पंचायत दफ्तर से बाहर आकर घर जाने के लिए वाहन का इंतजार करने लगी. आरोप है कि शाम तक़रीबन छह बजे नगर नगर पंचायत ईओ वेद प्रकाश अपने एक साथी संतोष के साथ वाहन से निकले और घर छोड़ने की बात कहकर वाहन में बैठा लिया. वाहन को ईओ वेदप्रकाश चला रहे थे. कबरई से बाहर तक़रीबन 3 किलोमीटर दूर मुकेश मिश्रा के फार्म हाउस में ले गए. जहां तीनों ने शराब पीने के बाद बारी-बारी से उसके साथ गैंगरेप की घिनौनी वारदात अंजाम दी. पीड़िता का आरोप है कि उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए तब आरोपी धमकाते हुए जान से मारने की धमकी देकर चले गए.
आरोप है इस मामले में पीड़िता ने थाने सहित पुलिस अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अंत में उसे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी. इस पर न्यायालय की ओर से नगर पंचायत ईओ सहित तीनों आरोपियों पर दुष्कर्म सहित धमकी देने का मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए. वहीं, नगर पंचायत के ईओ वेद प्रकाश ने आरोपों को साजिश बताते हुए कहा कि जिस दिन की घटना बताई जा रही है उस दिन महोबा में शिक्षक विधायक के मतदान थे और नगर पंचायत कार्यालय में ही बूथ बनाया गया था. ऐसे में कार्यालय बंद था. आरोप गलत हैं. साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. इसकी निष्पक्ष जांच होने पर सब साफ हो जाएगा.
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