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महोबा: कान्हा गोशाला के निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में योगी सरकार किसानों को अन्ना पशुओं से छुटकारा दिलाने के लिए कान्हा गोशालाओं का निर्माण करा रही है, लेकिन भ्रष्ट ठेकेदारों और अधिकारियों के कारण इन गोशालाओं को निर्माण मानकों की अनदेखी कर किया जा रहा है.

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कान्हा गोशाला निर्माण में धांधली.
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Published : Jan 19, 2020, 11:19 AM IST

Updated : Jan 19, 2020, 11:40 AM IST

महोबा: बीते कई वर्षों से लगातार बुंदेलखंड का किसान दैवीय आपदाओं के साथ-साथ अन्ना जानवरों की समस्या से खासा परेशान है. योगी सरकार बनने के बाद किसानों की हालत सुधारने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, जिनमें सबसे प्रमुख किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलाना है.

जानकारी देते डीएम अवधेश तिवारी.

अन्ना जानवरों की समस्या को देखते हुए सरकार करोडों रुपये की लागत से कान्हा गोशालाओं का निर्माण करवा रही है, लेकिन भृष्ट और लापरवाह तंत्र के चलते कान्हा गोशालाओं के निर्माण में ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से जमकर धांधली की जा रही है.

मानकों के विपरीत किया जा रहा कार्य
जिले के कबरई कस्बे में कान्हा गोशाला का निर्माण डेढ़ करोड़ से अधिक की लागत से किया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा मानकों के विपरीत कार्य किया जा रहा है. निर्माण कार्य में मौरंग (बालू) की जगह डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है. गोशाला के निर्माण में मानकों की अनदेखी को लेकर जिलाधिकारी अवधेश तिवारी ने स्वयं औचक निरीक्षण कर ठेकेदार को फटकार लगाई थी.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: KGMU में हफ्ते भर से भर्ती हैं धोखाधड़ी के आरोपी अंसल के उपाध्यक्ष

डीएम की फटकार के बावजूद ठेकेदार प्रतिबंधित डस्ट लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. भाजपा सरकार एक ओर भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर ठेकेदार सरकारी नुमाइंदों से सांठगांठ कर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट कर रहे हैं. सरकारी निर्माण कार्य में जमकर धांधली कर रहे हैं.

नगर पंचायतों और नगर पालिका में एक -एक कान्हा गोशाला बननी है. 1 करोड़ 64 लाख की लागत से दो शेड चरनी बननी है. कबरई में मैंने निरीक्षण किया था. इनका काम धीमी गति से चल रहा था और मौके पर पाया था कि डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है. उनकी धनराशि में से कटौती की जाएगी और चेतावनी दी थी कि भविष्य में डस्ट का प्रयोग नहीं किया जाएगा.
-अवधेश तिवारी, डीएम

महोबा: बीते कई वर्षों से लगातार बुंदेलखंड का किसान दैवीय आपदाओं के साथ-साथ अन्ना जानवरों की समस्या से खासा परेशान है. योगी सरकार बनने के बाद किसानों की हालत सुधारने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, जिनमें सबसे प्रमुख किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलाना है.

जानकारी देते डीएम अवधेश तिवारी.

अन्ना जानवरों की समस्या को देखते हुए सरकार करोडों रुपये की लागत से कान्हा गोशालाओं का निर्माण करवा रही है, लेकिन भृष्ट और लापरवाह तंत्र के चलते कान्हा गोशालाओं के निर्माण में ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से जमकर धांधली की जा रही है.

मानकों के विपरीत किया जा रहा कार्य
जिले के कबरई कस्बे में कान्हा गोशाला का निर्माण डेढ़ करोड़ से अधिक की लागत से किया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा मानकों के विपरीत कार्य किया जा रहा है. निर्माण कार्य में मौरंग (बालू) की जगह डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है. गोशाला के निर्माण में मानकों की अनदेखी को लेकर जिलाधिकारी अवधेश तिवारी ने स्वयं औचक निरीक्षण कर ठेकेदार को फटकार लगाई थी.

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डीएम की फटकार के बावजूद ठेकेदार प्रतिबंधित डस्ट लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. भाजपा सरकार एक ओर भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर ठेकेदार सरकारी नुमाइंदों से सांठगांठ कर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट कर रहे हैं. सरकारी निर्माण कार्य में जमकर धांधली कर रहे हैं.

नगर पंचायतों और नगर पालिका में एक -एक कान्हा गोशाला बननी है. 1 करोड़ 64 लाख की लागत से दो शेड चरनी बननी है. कबरई में मैंने निरीक्षण किया था. इनका काम धीमी गति से चल रहा था और मौके पर पाया था कि डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है. उनकी धनराशि में से कटौती की जाएगी और चेतावनी दी थी कि भविष्य में डस्ट का प्रयोग नहीं किया जाएगा.
-अवधेश तिवारी, डीएम

Intro:एंकर-बीते कई वर्षों से लगातार बुंदेलखंड का किसान दैवीय आपदाओं के साथ साथ अन्ना जानवरों की समस्या से खासा परेशान है प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकार बनने के बाद किसानों की हालत सुधारने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जिनमे सबसे प्रमुख किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलवाना है। अन्ना जानवरों की समस्या को देखते हुए सरकार करोडों रुपये की लागत से कान्हा गौशालाओं का निर्माण करवा रही है लेकिन भृष्ट और लापरवाह तंत्र के चलते कान्हा गौशालाओं के निर्माण में ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से जमकर धांधली की जा रही है।


Body:वी/ओ-मामला महोबा जनपद के कबरई कस्बे का है जहाँ कान्हा गौशाला का निर्माण डेढ़ करोड़ से अधिक की लागत से किया जा रहा है लेकिन ठेकेदार द्वारा मानकों के विपरीत कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्य में मौरंग ( बालू ) की जगह डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है । गौशाला के निर्माण में मानकों की अनदेखी को लेकर जिलाधिकारी अवधेश तिवारी ने स्वयं औचक निरीक्षण कर ठेकेदार को फटकार लगाई थी बावजूद इसके ठेकेदार प्रतिबंधित डस्ट लगाने से बाज नही आ रहा और सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट पर पतीला लगाता नजर आ रहा है जहां एक ओर भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर ठेकेदार सरकारी नुमाइंदों से सांठगांठ कर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट कर रहे हैं और सरकारी निर्माण कार्य में जमकर धांधली कर रहे है अब देखना यह होगा कि लगातार शिकायत मिलने व लगातार अधिकारियों के द्वारा नोटिस भेजने के बाद अब क्या कार्यवाही होती है या यूं ही सरकारी धन पर भ्रष्टाचार की नई इमारतें लिखी जाती रहेंगी।


Conclusion:बाइट:-अवधेश तिवारी ( जिलाधिकारी महोबा )-जिलाधिकारी ने बताया कि नगर पंचायतों में व नगर पालिका में एक एक कान्हा गौशाला बनना है 1 करोड़ 64 लाख की लागत से दो शेड चरनी बननी है। कबरई में मैंने निरीक्षण किया था । इनका काम धीमी गति से चल रहा था और मौके पर पाया था कि डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है। उनकी धनराशि में से कटौती की जाएगी और चेतावनी दी थी कि भविष्य में डस्ट का प्रयोग नहीं किया जाएगा। मौके से डस्ट हटाई गई थी । अगर दोबारा ऐसा पाया जाता है तो अब संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसे ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा।
बाइट:-अवधेश तिवारी ( जिलाधिकारी महोबा )

तेज प्रताप सिंह
महोबा यूपी
09889466159
06306037548

Last Updated : Jan 19, 2020, 11:40 AM IST
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