महोबाः साइबर क्राइम आज के दौर में सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है, जिसमें सीधे-साधे लोग ठगों के चुंगल में बड़े आसानी से फंस जाते हैं. ऐसा ही एक मामला महोबा जिले में उस समय सामने आया जब गुजरात पुलिस ने जिले में एक साइबर ठग के घर छापेमारी की, जहां तलाशी के दौरान पुलिस को घर नकदी सहित कई चीजें मिली हैं.
10 घंटे चली तलाशी
मामला महोबा शहर कोतवाली क्षेत्र के सुभाषनगर इलाके का है, जहां राजू सिंह और सागर सिंह के मकान में गुजरात साइबर सेल ने स्थानीय पुलिस बल के साथ छापेमारी की. करीब 10 घंटे की तलाशी के दौरान पुलिस ने 37 लाख रुपये नकद, 19 पासबुक, 10 मोबाइल फोन, 48 सिमकार्ड सहित लाखों रुपये के सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए.
प्रेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर करते थे ठगी
दरअसल, राजू सिंह और उसका भाई सागर सिंह अपने साथी आसिफ के साथ मिलकर गुजरात में पेट्रोल पम्प दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे. ये लोग साइबर क्राइम के जरिये करोड़ों रुपये आम जनता से ठग चुके थे. साइबर क्राइम को बड़े पैमाने पर अंजाम देने वाले शातिर ठगों ने खुद को पकड़े जाने से पहले एक मिस्त्री अवधेश को मजदूरी के एवज में अपना लैपटॉप दे दिया.
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तीनों आरोपियों की तलाश जारी
स्थाई जगह पर लैपटॉप रखा होने से गुजरात पुलिस को कामयाबी हासिल हो सकी. जब स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की गई तो लैपटॉप राजमिस्त्री अवधेश अहिरवार के घर से बरामद हुआ जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ. हालांकि छापेमारी के दौरान आरोपी राजू सिंह, सागर सिंह और आरिफ पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके. पुलिस तीनों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगातार प्रयासरत है.
महोबा में रहने वाला राजू सिंह, उसका भाई सागर सिंह अपने एक साथी आसिफ के साथ मिलकर कई दिनों से साइबर क्राइम की बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. यह सभी गुजरात में पेट्रोल पम्प दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर करोड़ों रुपये हड़प चुके हैं. इनके खिलाफ गुजरात में केस दर्ज हुआ था, जिसका तार महोबा से जुड़ रहा था. इनके घर से 35 लाख की नकदी समेत कई सारी चीजें बरामद हुई हैं. तीनों संदिग्ध आरोपियों की तलाश जारी है.
सादिक मकाडिया, डीएसपी (साइबर सेल गुजरात )