महोबाः जिले में बारिश के चलते एक कच्चा मकान गिर गया. मलबे के नीचे मां और सात वर्षीय बेटी दब गईं. आधे घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने दोनों को बाहर निकाला. हादसे में बेटी की मौत हो गई जबकि मां घायल हो गई. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. निरीक्षण करने पहुंचे लेखपाल और कानूनगो ने मुआवजे का भरोसा परिजनों को दिया है.
बीजानगर गांव निवासी रामधनी पाल की पुत्री रामदेवी अपनी ससुराल जनपद छतरपुर के ग्राम किदपुरा से रक्षाबंधन पर्व पर पुत्र दीवान (8) और पुत्री बिट्टो (7) के साथ आई हुई थी. रात में हुई बारिश के चलते कच्चा मकान गिर गया. इसके मलबे में मां और बेटी दब गईं. चीख-पुकार सुन परिवार और ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हुए. आधे घंटे बाद दोनों को मलबे से बाहर निकाला गया. तब तक सात वर्षीय बिट्टो की मौत हो चुकी थी. घायल रामदेवी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
सूचना मिलते लेखपाल और कानूनगो ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लेकर नुकसान का आंकलन किया. पुलिस ने मासूम का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. कानूनगो सूर्यप्रकाश पाल ने बताया कि कच्चा मकान जर्जर हो चुका था, जिससे यह हादसा हुआ है. इस दैवीय आपदा के लिए शासन द्वारा मृतक परिवार को चार लाख रुपए दिए जाने का प्रावधान है, जिसके लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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