महोबा: जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने शनिवार को चंद्रभान सिंह महाविद्यालय में बनाए गए आश्रय स्थल व यूपी-एमपी कैमाहा बॉर्डर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां मौजूद प्रवासी मजदूरों का हाल चाल जाना और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
दरअसल यूपी-एमपी कैमाहा बॉर्डर से रोजाना भारी संख्या में मजदूर आ रहे हैं. कैमाहा बॉर्डर के रास्ते आने वाले लोगों को चंद्रभान सिंह महाविद्यालय में बनाए गए आश्रय स्थल में रोककर मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था की गई है. इसके उपरांत मजदूरों की स्क्रीनिंग कर उनके गृह जनपद बसों के माध्यम से भेजने की निःशुल्क व्यवस्था की गई है.
स्क्रीनिंग कर मजदूरों को भेजा गया घर
जिलाधिकारी अवधेश कुमार तिवारी व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ने बॉर्डर पर चंद्रभान सिंह महाविद्यालय में बनाए गए शेल्टर व स्क्रीनिंग सेंटर का निरीक्षण किया और वहां मौजूद व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं महाराष्ट्र, गुजरात एवं मध्यप्रदेश से आए करीब 4 हजार प्रवासी मजदूरों को 323 बसों के माध्यम से पूर्वांचल उनके गृह जनपद में भेजा गया है.
डीएम ने कर्मचारियों को दिया निर्देश
जिलाधिकारी ने बॉर्डर एवं आश्रय स्थल पर तैनात कर्मचारियों को निर्देश दिया कि अन्य प्रदेशों से अपने घर आ रहे प्रवासी मजदूरों को बॉर्डर पर किसी भी प्रकार की परेशानी न हो. बॉर्डर पर उनके लिए भोजन आदि का प्रबंध करते हुए स्क्रीनिंग के उपरांत सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उन्हें घर भेजने की कार्रवाई पूरी की जाए. साथ ही आश्रय स्थल में लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए.
जिलाधिकारी ने बॉर्डर पर तैनात कर्मचारियों को शख़्त हिदायत दी है कि किसी बाहर से आए वाहन को बिना चेक किए न गुजरने दिया जाए. बल्कि वाहन से आने वाले लोगों को शेल्टर होम में रोककर स्क्रीनिंग के उपरांत ही उनके गृह जनपद सरकारी बसों के माध्यम से सुरक्षित भेजा जाए.