महोबा: एक ओर जहां कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा देश जंग लड़ रहा है और स्वास्थ कर्मी अपनी जान पर खेल कर लोगों को बचाने में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर जिले में स्वास्थ कर्मियों की कमी होने के बाबजूद भी सीएमओ ने एक संविदा कर्मी डॉक्टर की सेवाएं समाप्त कर दी.
जिले में संविदा पद पर तैनात डॉक्टर यतीन्द्र पुरवार को सीएमओ ने 13 अप्रैल को सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया. जबकि इस समय जिला अस्पताल में 25 डॉक्टरों के सापेक्ष मात्र 9 डॉक्टरों के भरोसे ही जिला अस्पताल चल रहा है. कई स्वास्थ केंद्र तो डॉक्टरों की कमी के चलते बन्द चल रहे हैं. फिर भी डॉक्टर यतीन्द्र पुरवार ने अपना फर्ज जारी रखा और लगातार जिला अस्पताल की इमरजेंसी में अपनी ड्यूटी कर मरीजों को देख रहे.
जिला अस्पताल में संविदा पद पर तैनात डॉ. यतीन्द्र पुरवार ने बताया कि शासन से जो आदेश आया था उसमें एक वर्ष पूरे होने पर कोई दूसरे डॉक्टर के आने से सेवाएं समाप्त करने का था. साथ ही प्रधानमंत्री ने इस वक्त किसी भी कर्मचारी को नौकरी से अलग न करने को कहा है, लेकिन सीएमओ मैडम ने आदेश जारी कर सेवाएं समाप्त कर दी. उसके बाबजूद भी हम अपने मरीजों को देख रहे हैं.
महोबा: लॉकडाउन के बीच एक संविदा डॉक्टर की सेवा समाप्त, सीएमओ ने जारी किया आदेश
देशभर में कोरोना महामारी के बावजूद एक संविदा डॉक्टर की सेवा समाप्त करने का मामला सामने आया है. महोबा में संविदा पद पर तैनात डॉक्टर यतीन्द्र पुरवार को सीएमओ ने 13 अप्रैल को सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया. जबकि इस समय जिला अस्पताल खुद डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है.
महोबा: एक ओर जहां कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा देश जंग लड़ रहा है और स्वास्थ कर्मी अपनी जान पर खेल कर लोगों को बचाने में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर जिले में स्वास्थ कर्मियों की कमी होने के बाबजूद भी सीएमओ ने एक संविदा कर्मी डॉक्टर की सेवाएं समाप्त कर दी.
जिले में संविदा पद पर तैनात डॉक्टर यतीन्द्र पुरवार को सीएमओ ने 13 अप्रैल को सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया. जबकि इस समय जिला अस्पताल में 25 डॉक्टरों के सापेक्ष मात्र 9 डॉक्टरों के भरोसे ही जिला अस्पताल चल रहा है. कई स्वास्थ केंद्र तो डॉक्टरों की कमी के चलते बन्द चल रहे हैं. फिर भी डॉक्टर यतीन्द्र पुरवार ने अपना फर्ज जारी रखा और लगातार जिला अस्पताल की इमरजेंसी में अपनी ड्यूटी कर मरीजों को देख रहे.
जिला अस्पताल में संविदा पद पर तैनात डॉ. यतीन्द्र पुरवार ने बताया कि शासन से जो आदेश आया था उसमें एक वर्ष पूरे होने पर कोई दूसरे डॉक्टर के आने से सेवाएं समाप्त करने का था. साथ ही प्रधानमंत्री ने इस वक्त किसी भी कर्मचारी को नौकरी से अलग न करने को कहा है, लेकिन सीएमओ मैडम ने आदेश जारी कर सेवाएं समाप्त कर दी. उसके बाबजूद भी हम अपने मरीजों को देख रहे हैं.