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पृथक बुंदेलखंड की मांग, पीएम मोदी के जन्मदिन पर बुंदेलियों ने लिखे खून से खत - Demand for separate Bundelkhand state

महोबा जिला मुख्यालय के आल्हा चौक स्थित अंबेडकर पार्क में समाजसेवी तारा पाटकर ने अपने तमाम साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 71वें जन्मदिवस की बधाई देते हुए खून से खत लिख कर पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. समाजसेवी तारा पाटकार इससे पहले भी खून से लिखे खतों के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री से बुंदेलखंड राज्य की मांग कर चुके हैं.

पीएम मोदी के जन्मदिन पर बुंदेलियों ने लिखे खून से खत
पीएम मोदी के जन्मदिन पर बुंदेलियों ने लिखे खून से खत
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Published : Sep 17, 2021, 5:14 PM IST

महोबाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्म दिवस के अवसर पर आज देश भर में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी के समर्थक अपने-अपने कार्यक्रम आयोजित कर अपने अंदाज में पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं. वहीं पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलों ने अपने खून से खत लिख कर देश के मुखिया को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं.

बुंदेलखंड के लोगों ने खत के माध्यम से पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. बता दें कि महोबा में बीते कई वर्षों से बुंदेली समाज बुंदेलखंड राज्य की मांग करता चला आ रहा है. इसी को लेकर आज बुंदेली समाज के सदस्य और समाजसेवी तारा पाटकार ने अपने दर्जनों साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री के नाम खून से खत लिखा है.

पीएम मोदी के जन्मदिन पर बुंदेलियों ने लिखे खून से खत

महोबा जिला मुख्यालय के आल्हा चौक स्थित अंबेडकर पार्क में समाजसेवी तारा पाटकर ने अपने तमाम साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 71वें जन्मदिवस की बधाई देते हुए खून से खत लिख कर पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. समाजसेवी तारा पाटकार इससे पहले भी खून से लिखे खतों के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री से बुंदेलखंड राज्य की मांग कर चुके हैं.

उनकी इस आंदोलन में दर्जनों बुंदेली समाज के दर्जनों सदस्यों ने रक्त से खून से खत लिख कर बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. तारा पाटकार का कहना है कि बुंदेलखंड से होने वाला पलायन रोकने और यहां के पर जो अटूट खनिज संपदा की भरमार है, जिससे सरकार को अच्छा खासा राजस्व मिलता है. अगर बुंदेलखंड राज्य बनता है तो क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा. मौजूदा एनडीए सरकार छोटे राज्यों की पक्षधर होने के बाद भी बुंदेलखंड राज्य निर्माण में ध्यान नहीं दे रही है. आज हम सभी बुंदेली समाज के सदस्य एक साथ मिलकर एक बार फिर बुंदेलखंड राज्य की मांग कर रहे हैं.

आपको बता दें की बुंदेली समाज अब तक 22 बार खून से खत लिख चुका है। बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बताते है कि तब तक खून से खत लिखने का सिलसिला चलता रहेगा जब तक अलग बुंदेलखंड राज्य नहीं मिलेगा । आज 25 खून से खत लिखे गए जो रजिस्टर्ड डाक से पीएम मोदी को भेजे जाएंगे.

पढ़ें- यूपी के 18 मंडलों में खुलेंगी 250 अर्बन पीएचसी, बढ़ेगा मुफ्त इलाज का दायरा

महोबाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्म दिवस के अवसर पर आज देश भर में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी के समर्थक अपने-अपने कार्यक्रम आयोजित कर अपने अंदाज में पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं. वहीं पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलों ने अपने खून से खत लिख कर देश के मुखिया को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं.

बुंदेलखंड के लोगों ने खत के माध्यम से पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. बता दें कि महोबा में बीते कई वर्षों से बुंदेली समाज बुंदेलखंड राज्य की मांग करता चला आ रहा है. इसी को लेकर आज बुंदेली समाज के सदस्य और समाजसेवी तारा पाटकार ने अपने दर्जनों साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री के नाम खून से खत लिखा है.

पीएम मोदी के जन्मदिन पर बुंदेलियों ने लिखे खून से खत

महोबा जिला मुख्यालय के आल्हा चौक स्थित अंबेडकर पार्क में समाजसेवी तारा पाटकर ने अपने तमाम साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 71वें जन्मदिवस की बधाई देते हुए खून से खत लिख कर पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. समाजसेवी तारा पाटकार इससे पहले भी खून से लिखे खतों के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री से बुंदेलखंड राज्य की मांग कर चुके हैं.

उनकी इस आंदोलन में दर्जनों बुंदेली समाज के दर्जनों सदस्यों ने रक्त से खून से खत लिख कर बुंदेलखंड राज्य की मांग की है. तारा पाटकार का कहना है कि बुंदेलखंड से होने वाला पलायन रोकने और यहां के पर जो अटूट खनिज संपदा की भरमार है, जिससे सरकार को अच्छा खासा राजस्व मिलता है. अगर बुंदेलखंड राज्य बनता है तो क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा. मौजूदा एनडीए सरकार छोटे राज्यों की पक्षधर होने के बाद भी बुंदेलखंड राज्य निर्माण में ध्यान नहीं दे रही है. आज हम सभी बुंदेली समाज के सदस्य एक साथ मिलकर एक बार फिर बुंदेलखंड राज्य की मांग कर रहे हैं.

आपको बता दें की बुंदेली समाज अब तक 22 बार खून से खत लिख चुका है। बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बताते है कि तब तक खून से खत लिखने का सिलसिला चलता रहेगा जब तक अलग बुंदेलखंड राज्य नहीं मिलेगा । आज 25 खून से खत लिखे गए जो रजिस्टर्ड डाक से पीएम मोदी को भेजे जाएंगे.

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