महोबा: यूपी विधानसभा चुनाव तीसरे चरण के मतदान को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील करने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह महोबकंठ इलाके में पहुंचे. बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील के साथ साथ सपा और सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि वह गर्मी निकालने की बात कर रहे हैं. जबकि दूसरे चरण में उनकी खुद गर्मी निकल चुकी है. उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण में पश्चिम की मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के मामले में उन्हें पहली बार खुलकर मतदान किया है. सपा में शासनकाल में एक परिवार राज करता था और प्रदेश को लूटता था.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह महोबा में चरखारी विधानसभा के प्रत्याशी ब्रजभूषण राजपूत के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार की योजनाओं से सीधे आम जनता को फायदा पहुंचा है. 2 करोड़ 18 लाख शौचालय बनाए गए. गरीबों को पीएम आवास दिए गए और सबसे दिव्य यह कि कुंभ के दौरान 70 साल बाद किसी पीएम ने सफाई कर्मियों के पैर धोकर उन्हें सम्मानित किया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि सपा की सरकार में राह जाती लड़कियों स्कूटी सहित अगवा कर ली जाती थीं और लोग पुलिस थाने में रिपोर्ट तक नहीं लिखवा पाते थे. रिपोर्ट लिख भी जाती थी तो आजम खान के फोन से मुलजिम छूट जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. बीजेपी सरकार में खेत से फावड़ा उठाने में भी लोग डरते हैं.
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उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्ना पाकिस्तान की बात करने वाले विकास की बात कर रहे हैं. हमें तो डर है कि कहीं सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति हटाकर कहीं जिन्ना की मूर्ति न लगवा दें. उन्होंने मौजूद जनता से कहा कि भूलकर भी सपा पर आंख बंद करके यकीन न करना. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में गुंडई खत्म हो गई और जिसने भी गुंडई की उसके घर शाम को बुलडोजर भी पहुंचा और उसे धराशाई कर दिया. बीजेपी सरकार ने पांच लाख नियुक्तियां की, कहीं जात-पात नहीं किया. जबकि सपा सरकार में सैफई के लोगों को नियुक्तियां मिली थीं. दे
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी वार्ता करते हुए कहा कि बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है और गरीबों की सेवा करेगी. अभी तक सपा शासनकाल में सिर्फ एक परिवार राज करता था और पूरे प्रदेश को लूट कर खाता था. यही नहीं उन्होंने हिजाब के सवाल को टालते हुए कहा कि हमें हिजाब नहीं बल्कि गरीबों के लिए काम करना है. 5 साल में योगी सरकार में एक भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ यदि होता तो अखिलेश यादव क्यों नहीं प्रेस के सामने आकर भ्रष्टाचार को उजागर कर पाए और धरने पर बैठ गए.
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