महराजगंज : जिले के निचलौल तहसील में तैनात तहसीलदार राम अनुज ने भगवान श्रीराम की सेवा के लिए नौकरी छोड़ दी है. राम अनुज ने अयोध्या में रहकर अयोध्या धाम में भगवान राम की सेवा और अयोध्या धाम में जीवन बिताने का संकल्प लिया है. मंगलवार को निचलौल तहसील सभागार में आयोजित विदाई समारोह तहसीलदार रामअनुज अपनी पत्नी व बड़े रामदयाल के साथ मौजूद थे. समारोह के दौरान उपजिलाधिकारी सत्य प्रकाश मिश्रा ने तहसीलदार राम अनुज को रामचरित्र मानस भेंट किया. इस दौरान तहसील सभागार में मौजूद अधिवक्ताओं ने उन्हें फूलमाला पहनाकर शुभकामनाएं दीं.
तहसीलदार रामअनुज त्रिपाठी ने कहा कि मौजूदा दौर में जहां भाइयों के बीच कई तरह के तनाव व दूरियां हैं. इसी दौर में मेरे बड़े भाई ने अपने छोटे भाई को इस तरह से राम के आदर्शों पर चलने की शिक्षा और प्रेरणा दी. आज मैं तहसीलदार की पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत (VRS) लेकर भगवान श्रीराम की चरणों में जा रहा हूं. अब रामलाल का मंदिर बनकर तैयार है. 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके बाद आम लोगों के लिए यह मंदिर खोल दिया जाएगा.
हालांकि अपने सेवानिवृत्ति के आवेदन में उन्होंने पारिवारिक और स्वास्थ्य को कारण बताया है. अगस्त में ही प्रस्तुत आवेदन पर राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव मनीषा त्रिघाटिया ने उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृति दे दी है. जिसके क्रम में जिलाधिकारी अनुनय झा ने उन्हें कार्यमुक्त कर दिया है. अयोध्या रामजन्म भूमि के समीप वशिष्ठ कुंड वार्ड के रहने वाले रामअनुज त्रिपाठी ने पहली सरकारी नौकरी 1994 में सहायक विकास अधिकारी कृषि के रूप में नैनीताल में शुरू की थी. नौकरी के दौरान की सिविल सेवाओं की परीक्षा को लेकर तैयारी की और वर्ष 2001 में सिविल सेवा में आ गए.
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