महाराजगंजः प्रदेश की योगी सरकार मदरसा के आधुनिकीकरण को लेकर कदम उठा रही है तो वहीं जिम्मेदार सरकार की इस पहल को नुकसान पहुंचा रहा है. महाराजगंज में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां एक मदरसा के छात्रों ने यह कहकर मदरसा छोड़ दिया कि उन्हें ऐसे शिक्षकों से पढ़वाया जा रहा है जिन्हें अपना नाम लिखना तक नहीं आता है. छात्र अपने घरों को चले गए. इस मामले को लेकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. इस संबंध में मदरसा प्रबंधन, शिक्षक व छात्रों से वार्ता की जाएगी.
जिले के श्यामदेउरवा क्षेत्र के बड़हरा बरईपार में स्थित एक मदरसा के छात्रों ने प्रबंधन व शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए. श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के मदरसा इस्लामियां अहले सुन्नत फतेह उलूम बड़हरा बरईपार के छात्रों ने नारेबाजी करते हुए प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा कि यहां जो शिक्षक बढ़िया पढ़ाते हैं उनको हटाकर ऐसे नए शिक्षकों को तैनात किया गया है जिन्हें अपना नाम तक लिखना नहीं आता है. मदरसा की शिक्षण व्यवस्था के खिलाफ छात्रों में बेहद नाराजगी दिखी.
मदरसे से निकलकर नारेबाजी करते हुए छात्र अपने घरों को चले गए. इस मामले को लेकतर प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कन्हैया यादव का कहना है कि मामला संज्ञान में आया हैं. जांच-पड़ताल के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ बताया जा सकता है. मदरसा की जांच की जाएगी, अगर शिक्षकों को हटाने या नई नियुक्ति के मामले में शासनादेश का कही उल्लंघन नजर आया तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी. छात्रों के हितों का ध्यान रखना जरूरी है. इस संबंध में मदरसा प्रबंधन, शिक्षक व छात्रों से वार्ता की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः अरे! ये राशन का चावल मिलावटी नहीं सेहत के खजाने से भरपूर है, जान लीजिए खूबियां