ETV Bharat / state

महराजगंज: माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों को लॉकडाउन में हो रहीं मुश्किलें, सरकार से गुहार

महाराजगंज में माध्यमिक स्कूलों के वित्तविहीन शिक्षकों को लॉकडाउन के दौरान काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इस परिस्थिति को देखते हुए माध्यमिक स्कूल वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश महासचिव आफताब आलम खान ने योगी सरकार से गुहार लगाई है.

maharajganj
प्रदेश महासचिव आफताब आलम खान.
author img

By

Published : Apr 17, 2020, 4:08 PM IST

महराजगंज: देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन किया है. लॉकडाउन के मजदूरों से लेकर आम लोगों को काफी समस्या हो रह है. वहीं माध्यमिक स्कूलों के वित्तविहीन शिक्षकों के भरण पोषण के लिए सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है.

माध्यमिक स्कूल वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश महासचिव आफताब आलम खान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि इस लॉकडाउन के दौरान कोई सरकारी मदद नहीं मिल रही, जिसके चलते खाने पीने की भी समस्या पैदा हो रही है.

आफताब आलम खां ने कहा कि वे मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का प्रदेश के लगभग साढ़े तीन लाख माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों की स्थिति के बारे में अवगत कराना चाहते हैं. इन शिक्षकों की आय का एकमात्र स्रोत शिक्षण शुल्क है, जो लगातार लॉकडाउन होने के चलते नहीं मिल रहा है.

ऐसी परिस्थिति पैदा हो गई है कि स्कूलों में कोई शिक्षण शुल्क नहीं आ रहा है. इस हाल में शिक्षकों को भी पैसा नहीं दिया जा सकता. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए यही लग रहा है कि इन हालातों में मई-जून तक शिक्षण संस्थान पैसे नहीं दे सकेंगे.

उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इन शिक्षकों को यदि समय रहते सहायता नहीं मिली तो इनके परिवार भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे. प्रदेश में करीब 3.5 लाख लोग इस परिस्थिति से प्रभावित होंगे. इन लोगों के परिवार पर भी इसका काफी असर पड़ेगा.

महराजगंज: देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन किया है. लॉकडाउन के मजदूरों से लेकर आम लोगों को काफी समस्या हो रह है. वहीं माध्यमिक स्कूलों के वित्तविहीन शिक्षकों के भरण पोषण के लिए सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है.

माध्यमिक स्कूल वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश महासचिव आफताब आलम खान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि इस लॉकडाउन के दौरान कोई सरकारी मदद नहीं मिल रही, जिसके चलते खाने पीने की भी समस्या पैदा हो रही है.

आफताब आलम खां ने कहा कि वे मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का प्रदेश के लगभग साढ़े तीन लाख माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों की स्थिति के बारे में अवगत कराना चाहते हैं. इन शिक्षकों की आय का एकमात्र स्रोत शिक्षण शुल्क है, जो लगातार लॉकडाउन होने के चलते नहीं मिल रहा है.

ऐसी परिस्थिति पैदा हो गई है कि स्कूलों में कोई शिक्षण शुल्क नहीं आ रहा है. इस हाल में शिक्षकों को भी पैसा नहीं दिया जा सकता. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए यही लग रहा है कि इन हालातों में मई-जून तक शिक्षण संस्थान पैसे नहीं दे सकेंगे.

उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इन शिक्षकों को यदि समय रहते सहायता नहीं मिली तो इनके परिवार भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे. प्रदेश में करीब 3.5 लाख लोग इस परिस्थिति से प्रभावित होंगे. इन लोगों के परिवार पर भी इसका काफी असर पड़ेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.