महारजगंज: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले में फरेंदा तहसील के हपुर गांव का रहने वाला पंकज त्रिपाठी भी शहीद हो गया. शहादत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पंकज 4 दिन पहले ही छुट्टी मनाकर ड्यूटी पर वापस लौटा था.
सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश के साथ-साथ महाराजगंज जिले के लोगों को भी झकझोर दिया. 4 दिन पहले ही महाराजगंज का बेटा पंकज त्रिपाठी अपनी ड्यूटी पर वापस कश्मीर गया था. घर के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. अभी तक परिवार वालों को भरोसा नहीं हो रहा है कि उनका लाल अब इस दुनिया में नहीं है.
हमला की सूचना के बाद घर के लोगों ने शहीद जवान के एक मित्र के पास फोन किया जिसके बाद पंकज के शहीद होने की बात पता चली. ग्रामीणों के मुताबिक शहीद पंकज बचपन से ही सेना के प्रति लगाव रखता था. पंकज की शादी के एक साल बाद उसे सीआरपीएइ में नौकरी मिली थी. उसका 4 साल का बेटा भी है. पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने कई परिवारों की दुनिया वीरान कर दी है. किसी ने पिता, किसी ने पति तो किसी ने अपना बेटा खो दिया. ग्रामीणों में शोक की लहर के साथ-साथ दहशतगर्दो के खिलाफ भारी गुस्सा भी है.