महाराजगंज: भारत-नेपाल सीमा से सटा हुआ महाराजगंज जिला 2 अक्टूबर 1989 को गोरखपुर से कटकर इसका सृजन हुआ था. सीमावर्ती स्थिति के परिपेक्ष में इस जिले के उत्तर में नेपाल राष्ट्र, दक्षिण में गोरखपुर और पूर्व में कुशीनगर और पश्चिम में सिद्धार्थनगर है.
साल 2011 की जनगणना के आधार पर इस जिले की कुल जनसंख्या 26 लाख 85 हजार 292 है. महाराजगंज जिले में कुल 5 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें से 4 विधानसभा भाजपा की झोली में है और एक नौतनवा विधानसभा पर निर्दल विधायक अमनमणि त्रिपाठी हैं.
अगर हम बात करें, सिसवा विधानसभा सीट (317) की तो सिसवा विधानसभा सीट से भाजपा के प्रेम सागर पटेल 1,22,884 मत पाकर निर्वाचित घोषित किये हुये थे. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के प्रत्याशी शिवेंद्र सिंह को 68,186 मतों से पराजित किया था. शिवेंद्र सिंह को 54,698 मत मिले.
इसे भी पढ़ेंः खास बातचीत में बोलीं बीजेपी प्रत्याशी बेबी रानी मौर्य, मिलकर करेंगे क्षेत्र का विकास
वहीं, बसपा के राघवेंद्र सिंह को 46,185 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां से सपा पार्टी से शिवेंद्र सिंह ने जीत दर्ज की थी. शिवेंद्र सिंह ने समाजवादी पार्टी से मोह भंग करते हुए बीजेपी में शामिल हो गये.
सिसवा विधानसभा की सबसे खास बात यह है कि यहां गन्ना की खेती सबसे अधिक होती है और इस विधानसभा क्षेत्र में दो चीनी मिलें भी हैं. आइए जनता से सिसवा इलाके के विकास कार्य के बारे में जानते है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप